RANCHI: मासूम अनन्या पर दरिंदगी का कहर बरपाने वाली महिला आरोपी आशा वर्मा को लालपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया है। उस पर नाबालिग अनन्या के साथ करीब एक साल तक मारपीट करने, मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने का आरोप है।

एक घंटे बाद खोली फ्लैट का गेट

बुधवार की रात एक बजे जब पुलिस जेल चौक स्थित आशा वर्मा के फ्लैट पहुंची, तो पहले उसने एक घंटे तक फ्लैट का दरवाजा ही नहीं खोला। बाद में बाहर आने पर वह थाना प्रभारी पर ही बरस पड़ी। उन्हें कानून सिखाने लगी। लेकिनं जब उससे जुबेनाइल एक्ट के बारे में पूछा गया, तो सारी हेकड़ी गुम हो गई। अंतत: उसे लालपुर थाना लाया गया।

थाना में पुलिस अधिकारियों को दी धमकी

रात में जब महिला पुलिसकर्मी के साथ आरोपी आशा वर्मा को थाना लाया गया, तो उसने वहां भी खूब हंगामा किया। पुलिस पर रौब झाड़ते हुए खुद को हाइकोर्ट का एडवोकेट बताया। मौजूद पुलिस अधिकारियों को हाईकोर्ट में देख लेने की धमकी भी दी। लेकिन जब उसे रात भर महिला पुलिसकर्मी के संरक्षण में रखा गया और सुबह जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू हुई, तो उसके होश उड़ गए। वह थाना प्रभारी समेत पुलिस पदाधिकारियों से माफी मांगने लगी। उसने अपनी करतूत छिपाने के लिए बच्ची से झूठे प्यार का नाटक भी किया।

अनन्या की मां ने की थी शिकायत

इस मामले में कुम्हारटोली निवासी अनन्या की मां आशा पुनीत लालपुर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया है कि वह 25 जून, 2013 को अपनी 13 वर्षीय नाबालिग बच्ची अनन्या एक्का को जेल चौक आदिवासी हॉस्टल के समीप रहनेवाली महिला आशा वर्मा को सौंप दी थी। उस वक्त उसके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और आशा वर्मा ने अनन्या को पढ़ाने का लालच दिया था। वह बोली थी कि मैं इसे पढ़ाऊंगी और यह घरेलू काम में मेरी थोड़ी-बहुत मदद कर देगी। लेकिन कुछ दिनों बाद ही अनन्या को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जाने लगा।