बेहद रोमांचक रहा मुकाबला

एक्स्ट्रा टाइम तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं. लेकिन पेनल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना के गोलकीपर सर्जियो रोमेरो ने शानदार परफॉर्मेंस करते हुए दो गोल बचा लिए और अपनी टीम को जीत दिला दी. उन्होंने डच खिलाड़ियों रॉन व्लार और दिग्गज वेस्ले श्नाइडर के शॉट नाकाम कर दिए. हालांकि 120 मिनट के खेल के दौरान फुटबॉल डच खिलाड़ियों के कब्जे में ज्यादा (54 फीसदी) रही. लेकिन 'टारगेट पर शॉट' के मामले में अर्जेंटीना के खिलाड़ी हावी रहे. उन्होंने पांच जबकि नीदरलैंड ने तीन शॉट टारगेट पर मारे. दोनों टीमों को 4-4 कॉर्नर मिले.

लैटिन अमेरिकी देशों की हिस्ट्री है ये

लैटिन अमेरिका में हो रहे वर्ल्ड कप के फाइनल में अब एक लैटिन टीम भी खेलेगी. जर्मनी के नेबर कंट्री नीदरलैंड को ब्राजील के पड़ोसी देश अर्जेंटीना ने हराया है. ब्राजीलियंस अब चाहें तो अर्जेंटीना को सपोर्ट कर सकते हैं. दिलचस्प फैक्ट यह भी है कि अब तक साउथ अमेरिका में हुए सभी वर्ल्ड कप साउथ अमेरिकी टीमों ने ही जीते हैं. अर्जेंटीना और जर्मनी जब फाइनल में खेलेंगी तो ये उनका सातवां वर्ल्ड कप मैच होगा. आपस में इतने ही मैच सिर्फ ब्राजील और स्वीडन ने खेले हैं. लेकिन इतना तो तय हो ही गया है कि एक बार फिर पुरानी चैंपियन टीमों में से ही कोई विजेता बनेगा. फाइनल से पहले तीसरे और चौथे नंबर के लिए ब्राजील और नीदरलैंड में मुकाबला होगा.

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