सीसीएसयू में सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे एक्स आर्मीमैन
सीसीएसयू ने नए सत्र में सुरक्षा को लेकर उठाए कदम
MEERUT@inext.co.in
MEERUT : सीसीएस यूनिवर्सिटी में सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता कर दिए गए हैं। अब आर्मी के रिटायर्ड जवानों के हवाले कैम्पस की सुरक्षा होगी। यूनिवर्सिटी ने इसके लिए तैयारी शुरु कर दी है। बीते दिनों एमबीबीएस में नकलमाफिया की सक्रियता के कारण कैंपस में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया था। सीसीएसयू कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था के लिए रिटायर्ड सैनिकों का सहारा लिया जाएगा। आगामी सत्र में फिलहाल इसका ट्रायल लिया जा रहा है, अगर इसमें सफलता मिलती है तो इसे रेगुलर बेस्ड पर आगे बढ़ाया जाएगा। सीसीएसयू के प्रेस प्रवक्ता डॉ। प्रशांत कुमार ने बताया कि यूनिवर्सिटी में जल्द ही रेंडम चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही सुरक्षा के लिए रिटायर्ड सैनिकों की भी तैनाती की जाएगी।
50 जवानों की नियुक्ति
यूनिवर्सिटी में फिलहाल इस काम के लिए पचास रिटायर्ड आर्मीमैन की नियुक्ति की गई है। अगले दो माह बाद ये जवान आपको कैम्पस में ही ड्यूटी देते दिखाई देंगे। इनकी सूची भी कैम्पस ने तैयार कर ली है। एक्स आर्मीमैन का ये स्मार्ट फॉर्मूला अगर सफल होता है तो इस ट्रायल को रेगुलर कर दिया जाएगा और होमगार्ड की जगह एक्स आर्मी मैन की तैनाती होगी।
अभी तक करते थे गार्ड
अभी तक कैम्पस में सिक्योरिटी गार्ड ही सुरक्षा की बागडोर संभालते थे। तकरीबन 100 गार्डो में कुछ महिला पुलिसकर्मी की भी तैनाती रहती है। अब सुरक्षा व्यवस्था को मुकम्मल करने के लिए रिटायर्ड सेना के जवानों की तैनाती होगी।
नहीं थमी घटनाएं
23 दिसम्बर 2018
सीसीएसयू में मुशायरे व कवि सम्मेलन के कार्यक्रम के दौरान एक्स स्टूडेंट्स ने हंगामा किया।
19 सितम्बर 2018
सीसीएसयू में रद्दी घोटाला के आरोप में चार लोगो पर एफआईआर दर्ज हुई।
18 मार्च 2018
एमबीबीएस के फर्जी स्टूडेंट्स परीक्षा देते पाए गए। मामले में छह सौ बाहरी छात्रों के फर्जी परीक्षा देने का मामला सामने आया था।
15 नवम्बर 2018
सीसीएसयू में बिना चुनावी घोषणा के छात्रसंघ चुनाव की फर्जी सूचनाएं जारी की गई।
1 नवम्बर 2018
इंग्लिश डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पर कैम्पस में हमला हुआ और गोली भी चलाई गई.एफआईआर भी दर्ज हुई थी।
7 अक्टूबर 2018
को केपी हॉस्टल में सीनियर छात्रों ने रैगिंग की थी। जिसमें छह छात्रों को निलंबित भी किया गया था।
ये हो चुकी घटनाएं
साल घटनाएं
2018 26
2017 23
2016 27
2015 22
2014 23
2013 24
नहीं है सुरक्षा
कैम्पस में किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं है, कोई भी आउटसाइडर आ जाता है। कभी भी गोली चल जाती है और कभी भी मारपीट
मयंक सिंह, स्टूडेंट
कैम्पस में स्टूडेंट्स की एंट्री के लिए कोई बायोमैट्रिक सिस्टम नहीं है, जिससे जिससे बाहरी छात्रों का आसानी से प्रवेश हो जाता है, जो दुर्घटनाओं का कारण है।
हंस चौधरी, उपाध्यक्ष छात्र संघ, सीसीएसयू
सीसीएसयू में सुरक्षा का सबसे बड़ा मुद्दा है। हालत यह है आउटसाइडर्स के कारण कई बार घटनाएं हो जाती हैं। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को मुकम्मल करना सार्थक कदम है।
प्रशांत पटेल, महामंत्री छात्र संघ, सीसीएसयू।
अक्सर यूनिवर्सिटी में घटनाएं, रैगिंग के किस्से सुनने में आते रहे हैं। जिनका कारण है आउटसाइडर की एंट्री होना, जिसके चलते रैगिंग व इस तरह के हंगामें होते है।
रविंद्र, स्टूडेंट