नई दिल्ली (एएनआई)। इंडियन आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी ने आज आर्मी वाइस चीफ के तौर पर पदभार ग्रहण कर लिया। इस दाैरान उन्हें जवानों ने साउथ ब्लॉक के लॉन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया। आर्मी के वाइस चीफ के रूप में नियुक्ति पर गार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त करने के तुरंत बाद सैनी एएनआई के सवालों का जवाब दिया। इस दाैरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार टेररिस्ट लॉन्च-पैड फिर से सक्रिय हो गए हैं। पीओके में आतंकी कैंप सक्रिय हैं लेकिन सुरक्षा बल इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। जम्मू-कश्मीर में एलओसी और हिंटरलैंड दोनों पर स्थिति नियंत्रण में है। पिछले साल संघर्ष विराम उल्लंघन हुआ है। वहीं पिछले कुछ हफ्तों में पीओके में पाकिस्तानी सेना द्वारा समर्थित आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने की खबरें आई हैं।


सेना की किसी भी तरह की खामी को दूर करने की दिशा में काम करना

वहीं वाइस चीफ के रूप में अपनी प्रथामिकताओं को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तरी सीमा में रक्षा क्षमता का विकास तथा संबंधित विभागों में किसी भी तरह की खामी को दूर करने की दिशा में काम करना है। यह उनके अहम जिम्मेदारियों में एक है। सेना की तैयारियों में खोखलापन पहली बार कुछ साल पहले तब उजागर हुआ था जब सेना के तत्कालीन प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा था कि सेना को युद्ध लड़ने के लिए आवश्यक गोला-बारूद और हथियार प्रणालियों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।


सेना के नव निर्मित विभागों व सेना मुख्यालय संग बैठाएंगे सामंजस्य
इंडियन आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी ने यह भी जोर देकर कहा कि वह चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ सेना के नव निर्मित विभागों व सेना मुख्यालय के साथ सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह नए बनाए गए ढांचे के साथ सेना के कामकाज में अधिक संयुक्तता लाने की दिशा में काम करेंगे, जिससे कि वह और मजबूत बने।

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