- रविवार को बेगमपुल पर हुए बवाल की जांच कर रही है क्राइम ब्रांच

- पंजाब के डिप्टी सीएम और यूपी के कारगार मंत्री तक पहुंचा मामला

 

Meerut: क्रिकेट मैच के जश्न को लेकर बेगमपुल पर हुए बवाल के बाद एक सिख को जेल भेजने का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। इस पूरे मामले पर अब राजनीति भी होने लगी है। एक तरफ जहां सिख समाज के स्थानीय लोगों ने पंजाब के डिप्टी सीएम को घटना की जानकारी दी तो दूसरी तरफ दूसरी तरफ यूपी के कारागार मंत्री ने भी एसएसपी से जानकारी हासिल करते हुए इसमें निष्पक्ष कार्रवाई करने को कहा। एसएसपी ने इस घटना की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। वहीं जिस दारोगा पर सिख की पगड़ी उछालने का आरोप था उसको भी जांच के जद में ला दिया है।

 

फटा था इंस्पेक्टर का सिर

गत रविवार को क्रिकेट में भारत की जीत का जश्न बवाल में बदल गया था। पुलिस और जश्न मनाने वालों झड़प हो गई। आरोप है कि पुलिस ने सरदार कुलदीप की पगड़ी खींची और मारपीट की। जिसके बाद जमकर बवाल कटा। लोगों ने पथराव कर दिया। जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पथराव में सदर बाजार थाना इंस्पेक्टर गजेंद्र पाल सिंह यादव घायल हो गए थे। जवाब में पुलिस ने कुलदीप के खिलाफ हत्या का प्रयास का आरोप लगाते हुए जेल भेज दिया था। वहीं 25 से 30 अन्य की भी पहचान की जा रही है।

 

कारगार मंत्री ने ली जानकारी

घटना के बाद सिख समुदाय के बीच जबरदस्त रोष है। पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया जा रहा है। सिख समाज का दबाव बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को भाजपा नेताओं के साथ उन्होंने एसएसपी आवास पर प्रदर्शन किया। वहीं मंगलवार को बीर खालसा दल के मनजीत सिंह कोछर, ज्ञानी ब्रजपाल सिंह समेत सिख समुदाय के कई सिख एसएसपी से मिलने पहुंचे। उन्होंने कुलदीप पर संगीन धारा हटाने और पुलिस पर भी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने प्रदेश के कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया से फोन पर एसएसपी की बात भी कराई। एसएसपी ने पूरे मामले को दो दिनों में निपटारा करने का आश्वासन दिया।

 

 

पंजाब तक पहुंचा बवाल

बेगमपुल का बवाल अब पंजाब भी पहुंच गया है। स्थानीय सिख समुदाय के लोगों ने पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को फोन पर जानकारी दी। उन्होंने डिप्टी सीएम को पूरे मामले की जानकारी दी। इस पर उन्होंने इस संबंध में हर संभव मदद करने और यूपी के सीएम अखिलेश यादव से भी बातचीत करने का आश्वासन दिया।

 

क्राइम ब्रांच को सौंपी जांच

एसएसपी ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। एसपी क्राइम ने मौके पर घटना के समय मौजूद रहे सभी पांच प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए। सभी ने इस बात की पुष्टि की कि घटना के समय कुलदीप थाने में था। इसके बाद इंस्पेक्टर गजेंद्र पाल सिंह को भी एसएसपी ऑफिस बुलाया गया। उनसे दोबारा मामले का ब्योरा जाना गया। बताया जा रहा है कि पुलिस अब कुलदीप पर से संगीन धारा हटाने को तैयार हो गई है। उनपर चौतरफा दबाव बन रहा है। वहीं जिस दारोगा ने कुलदीप की पकड़ी खींची थी उस पर भी जांच बिठा दिया है। बवाल के समय वीडियोग्राफी हुई थी उससे बहुत कुछ साफ हो गया है। बताया जा रहा है कि जिस समय पथराव हुआ कुलदीप को पुलिस थाने ले गई थी।

 

 

 

घटना की सत्यता का दो दिन में पता चल जाएगा। क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी गई है और उसने जांच शुरू भी कर दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। वीडियो फुटेज का अवलोकन किया जा रहा है।

- डीसी दूबे, एसएसपी मेरठ