काफी की है रिसर्च
गोरखपुर को ट्रिब्यूट देने के लिए प्रो। मनोज सिंह ने अपनी आट्र्स में डिफरेंट थीम को संजोया है। इसमें 'फूले कमल सोह सर कैसा, निर्गुण ब्रह्म सगुण भये जैसा', 'बुढिय़ा माई का अवतरण, पुनि तुम राम-राम दिन राती', 'सादर जपहुं अनंग अराती, अप्प दीपोभव इंडिया वेकअप', गोल्डन स्काई, बसंत, स्पिरिचुअल रेनासॉ, जर्नी ऑफ द सोल' के साथ कई ऐसे आट्र्स हैं, जिसमें उन्होंने कलर का दिल खोल इस्तेमाल किया है। प्रो। मनोज ने बताया कि एक्रेलिक और ऑयल पेंट से बनी यह सभी आट्र्स अपनी अलग छाप छोडऩे के लिए काफी हैं।