-राज्य ललित एकेडमी लखनऊ, ललित कला व संगीत विभाग डीडीयूजीयू के संयुक्त सहयोग से क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी आयोजित

GORAKHPUR हर तस्वीर कुछ कहती है, बस कहने का तरीका आना चाहिए। इस कहावत को सार्थक कर दिखाया है युवा चित्रकारों ने। राज्य ललित एकेडमी लखनऊ, ललित कला व संगीत विभाग डीडीयूजीयू के संयुक्त सहयोग से आयोजित क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी में चित्रकारों ने कैनवास पर न सिर्फ भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और प्राकृतिक सुंदरता को उकेरा है, बल्कि महिला सशक्तीकरण का संदेश भी दिया है। किसी चित्र में अंधकार भरी दुनिया से बाहर निकलती महिला तो किसी में रूढ़ीवाद की जकड़ और मार्डन होती महिलाओं की कहानी दर्शायी गई है। वहीं, समाज के उस स्याह पक्ष को भी दिखाने का प्रयास किया गया है, जहां महिलाएं अपने-आपको असुरक्षित महसूस कर रही है। कहानियों में महिला सशक्तीकरण की बातें करतीं डीडीयू की दीवारें गोरखपुराइटस को खूब भा रही है। यही कारण है कि प्रदर्शनी के दूसरे दिन भी युवाओं की अच्छी खासी संख्या वहां पहुंची।

77 चित्रकारों की दिखी प्रतिभा

प्रदर्शनी में 77 से अधिक चित्रकारों ने अपनी प्रतिभा को उकेरा है। चित्रकारों में साक्षी सिंह ने प्रथम पूजन पर गणेश जी को उकेरा है। वहीं, शांति के प्रतीक भगवान बुद्ध को रोहित चौधरी ने अपने चित्र में बनाया है। चित्रकारों ने झरनों को, पंख फैला कर नृत्य करती मोर को खूबसूरती से प्रस्तुत किया। यहीं नहीं दर्शकों को लुभा रही डाल पर बैठी चिडि़यां के जोडे़ को देख हर स्टूडेंट्स तारीफ करता दिखा। मोर पंख बांधे श्याम सुंदर को उकेरा। फाइन आर्ट एंड म्यूजिक डिपार्टमेंट की प्रो। उषा सिंह ने इन चित्रकारों की प्रदर्शनी की तारीफ करते हुए कहा कि चित्रकार की हर एक चित्र कुछ कहती है जो हमारे समाज के लिए बेहद जरूरी है।