मोदी सरकार के खिलाफ धरना

केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण कानून के विरोध में आम आदमी पार्टी ने आगामी 22 अप्रेल को धरना देने का फैसला किया है. दिल्ली सीएम ने 22 अप्रेल को जंतर-मंतर से संसदभवन तक अपने सर्पोर्ट्स के साथ मार्च करने का फैसला कर लिया है. इस मार्च में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल समेत सभी प्रमुख नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है. लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका है जब अरविंद केजरीवाल किसी भी मुद्दे पर केंद्र सरकार से दो-दो हाथ करने के लिए सड़क पर उतर रहे हैं. केजरीवाल के धरने से ठीक तीन दिन पहले कांग्रेस पार्टी भी जंतर-मंतर पर धरना देने जा रही है जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण देने की उम्मीद है.

पार्टी ने जारी किए निर्देश

आम आदमी पार्टी ने इस विरोध मार्च को सफल बनाने के लिए अपनी पार्टी के सभी नेताओं को जरूरी दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं से धरना सफल बनाने में कोई कसर ना छोड़ने को कहा गया है. लैंड बिल के विरोध में विरोध मार्च आयोजित करके पार्टी सुप्रीमों केजरीवाल जनता और अपने सर्पोर्ट्स के बीच अपनी और पार्टी की छवि को सुधारना चाहते हैं.

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