-दो माह में अब तक 400 से ज्यादा लोग आ चुके हैं बुखार की चपेट में

-बीमारी की वजह ढूंढने में स्वास्थ्य विभाग के एक्सपर्ट ने खड़े किए हाथ

-स्वास्थ्य विभाग की उड़ी नींद, निदेशालय को भेजी रिपोर्ट

बीमारी के इस सीजन में इन दिनों चौबेपुर के धौरहरा गांव के लोग एक ऐसे रहस्यमय बुखार की चपेट में हैं, जिसका वजह ढूंढने में स्वास्थ्य विभाग के एक्सपर्ट ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। दो माह के अंदर यहां चार सौ लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। प्रॉपर इलाज और गांव में दवा के छिड़काव के बाद भी बीमारी के न थमने से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी है। दो माह से फैले इस रहस्यमय बीमारी को कंट्रोल करने के लिए अब तक किये गये तमाम प्रयास फेल हो चुके हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट की मानें तो गांव में फैले इस बुखार की वजह एक्सपर्ट के समझ से बाहर हो चुकी है। अब यह सिटी के अन्य क्षेत्रों में न फैले इसलिए इसकी जांच के लिए मलेरिया निदेशक को पत्र लिखकर गांव में विशेषज्ञ टीम भेजने को कहा गया है।

बीमारी की वजह समझ से है परे

अधिकारियों का कहना है कि 20 हजार की आबादी वाले इस गांव में पिछले दो-ढाई माह से लगातार फीवर के केस स्थानीय सीएचसी पर आ रहे हैं। कोई एक सप्ताह से तो कोई दो सप्ताह से बुखार से पीडि़त है। डॉक्टर्स का कहना है कि इन बुखार पीडि़तों में डेंगू, मलेरिया के मरीज भी मिल रहे हैं। लेकिन इस रहस्यमय बीमारी के होने के कारण का पता नहीं चल पा रहा है। एहतियात के तौर पर गांव में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व फॉगिंग भी कराया गया लेकिन ये सब बेअसर साबित हो रहा है।

ताकि शहर में न फैले बीमारी

हेल्थ अफसरों की मानें तो गांव में फैले इस बुखार का इलाज स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र में किया जा रहा है। गंभीर मरीजों को डीडीयू हॉस्पिटल के आईशोलेशन वार्ड में एडमिट कर इलाज कराया जा रहा है। ताकि उनसे शहर के लोग प्रभावित न हो सकें।

डीडीयू में चार हुए एडमिट

धौरहरा गांव में एक के बाद एक इस रहस्यमय बुखार से अब तक 400 लोगों का पीडि़त होना बताया जा रहा है। स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच के लिए पहुंचे गंभीर मरीजों को इलाज के लिए डीडीयू हॉस्पिटल भेजा गया। डीडीयू हॉस्पिटल में पहुंचने वाले 25 से 30 मरीजों के फीवर की स्क्रीनिंग डेली की जा रही है। वर्तमान में यहां गांव के चार मरीज एडमिट किए गए हैं।

कैंप लगाकर की जा रही जांच

सीएचसी चोलापुर के अधीक्षक डॉ। आरबी यादव ने बताया कि मंगलवार को लगाए गए हेल्थ कैंप में करीब 450 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें 120 लोगों की मलेरिया कीट से जांच की गई। इस दौरान लोगों में मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए उपाय भी बताए गए।

घरों के कमरों में भी छिड़काव

धौरहरा में फैली इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी ताकत झोंक दी है। विभागीय टीम ने अब तक कुल 400 घरों में लार्वा की जांच की है। इसके साथ ही हेल्थ वर्कर्स घर के एक-एक कमरे में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर रहे हैं। इसके अलावा रोजाना 3 से 4 घंटे तक फॉगिंग कराई जा रही है।

एक नजर

20

हजार की आबादी है धौरहरा गांव में

02

माह से फैली है बीमारी

400

से ज्यादा फीवर की चपेट में आ चुके हैं लोग

450

से ज्यादा मरीजों का किया गया हेल्थ चेकअप

वर्जन---

धौरहरा में फैली बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। सीएमओ के आदेशानुसार हर तरह की चिकित्सकीय व्यवस्था और बचाव कार्य किया जा रहा है।

शरत चंद्र पांडेय, जिला मलेरिया अधिकारी

ग्रामीणों के कमरे से लेकर छत तक पर निगरानी रखी जा रही है। बीमारी न थमने की वजह जानने के लिए सीएमओ ने लखनऊ निदेशालय की टीम से जांच करने का निवेदन भेजा है।

डॉ। आरबी यादव, अधीक्षक चोलापुर सीएचसी