-अस्पतालों में बढ़ी फीवर के मरीजों की संख्या, सीवर के गंदे पानी से बढ़ रहा संक्रमण का खतरा

-संक्रामक रोग के मरीजों से पटा हर अस्पताल

इस मौसम में बीमारी तेजी से पैस रही है। लोग इसकी गिरफ्त में हैं। शहर में फैली गंदगी व सीवर की समस्या स्वास्थ्य के लिए घातक बनती जा रही है। सीवर के विषैले गंदे पानी के चलते लोग संक्रामक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। गंदगी और सीवर के पानी के कारण संक्रमण फैलने से लोगों में वायरल फीवर की समस्या बढ़ रही है। शहर का ऐसा कोई अस्पताल नहीं है जहां इस तरह के मरीजों की भीड़ न हो। सरकारी अस्पतालों में ओपीडी से लेकर प्राइवेट अस्पताल तक मरीजों से फुल हो चुके हैं.मंडलीय हॉस्पिटल में मंगलवार को ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की भारी भीड़ रही। इसमें अधिकतर मरीज वायरल फीवर और संक्रमक बीमारियों के रहे।

बढ़ गयी मरीजों की संख्या

मंडलीय हॉस्पिटल के मेडिसिन

ओपीडी में सामान्य दिनों की तुलना में बीते तीन चार दिन से मरीजों की संख्या डबल से भी ज्यादा हो गई है। चिकित्सकों की मानें तो ओपीडी में आने वाले 90 फीसदी मरीजों में संक्रामक रोग के कारण फीवर, उल्टी, दस्त व पेट की समस्या की शिकायत मिल रही है। चिकित्सकों का कहना है कि मरीजों में पेट की प्रॉब्लम गंदा पानी के इस्तेमाल से आ रहा है। यहां आने वाले ज्यादातर पेशेंट्स उन इलाकों से है जहां गंदगी के कारण संक्रमण फैलता है। इसके साथ ही स्कीन ओपीडी में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।

बीमारी की वजह है सीवर

शहर में कुछ एरिया छोड़ दिया जाए तो हर जगह लंबे समय से सीवर की समस्या बनी हुई है। पक्के महाल में तो यह आम बात हो गई है। कोनिया, अलईपुरा, जगतगंज, खोजवा, बजरडिहा जैसे सैकड़ों इलाकों में सीवरेज सिस्टम ध्वस्त होने के कारण गलियों में गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था होने ठप हो चुकी है। जिसके चलते गलियों में सीवर का पानी भरा हुआ है। लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद निकासी व्यवस्था नहीं हो रही।

गंदगी से फैल रहा रोग

गली से लेकर कालोनी तक में गंदे पानी की निकासी व्यवस्था गड़बड़ है। जिसके कारण गलियों में कीचड़ जमा हो गया है। इस वजह से घरों में बदबू आती है, जिसके चलते घरों में खाना पकाना और खाना मुश्किल हो गया है। इस तरह की फैली की गंदगी और दूषित पीने के पानी से बीमारियां फैल रही हैं। शहर के हर क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया व संक्रामक रोग लोगों को सता रहा है।

क्या कहते हैं लोग

गलियों में जमा गंदगी के कारण क्षेत्र में बीेमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। हर मुहल्ले में हर रोज कोई न कोई बीमार हो जाता है। इस गंदगी के कारण अस्पतालों में चक्कर काटने और पैसे खर्च करने को मजबूर है।

हितेश कुमार, जगतगंज

गलियों में जमे गंदे पानी और कीचड़ के कारण दिन रात घर में बदबू आती रहती है। खाना खाते हुए खाने से भी बदबू आती है।

प्रवेश कुमार, बजरडिहा

मुहल्ले में जमा गंदगी के और पानी को लेकर बार-बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। बावजूद सुनवाई नहीं की जा रही है। संक्रमण से फैली बीमारी के बाद अब परिवार के लोगों को अस्पताल लेकर पहुंच रहे है। संतोष कुमार, अलईपुर

गंदगी साफ करना नगर निगम का काम है। सीवर की समस्या खत्म करने को लेकर काम किया जा रहा है। कुछ और मशीनें खरीदने का प्रॉसेस चल रहा है।

बीके सिंह, जलकल महाप्रबंधक

संक्रमक मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अगर शहर में गंदगी पर कंट्रोल कर लिया जाए तो मरीजों की संख्या कम हो सकती है।

डॉ। एसएन श्रीवास्तव, एसआईसी, मंडलीय हॉस्पिटल