कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। भारतीय गोला फेंक एथलीट तेजिंदरपाल सिंह ने शुक्रवार को यहां एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना गोल्ड मेडल बरकरार रखा। वहीं, पारुल चौधरी ने बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अपना पहला 3000 मीटर स्टीपलचेज खिताब हासिल किया जिससे भारत के गोल्ड मेडल की संख्या पांच हो गई।
देश | गोल्ड | सिल्वर | ब्रॉन्ज | कुल |
जापान | 11 | 8 | 5 | 24 |
चीन | 5 | 7 | 3 | 15 |
भारत | 5 | 1 | 3 | 9 |
कजाखिस्तान | 1 | 2 | 1 | 4 |
थाईलैंड | 1 | 1 | 3 | 5 |
श्रीलंका | 1 | 0 | 2 | 3 |
सिंगापुर | 1 | 0 | 0 | 1 |
उज्बेकिस्तान | 0 | 2 | 1 | 3 |
ईरान | 0 | 2 | 1 | 3 |
सउदी अरब | 0 | 1 | 1 | 2 |
भारत के मेडल विजेता
5 गोल्ड : ज्योति, अब्दुल्ला अबुबकर, पारुल चौधरी, अजय कुमार सरोज, तेजिंदर सिंह तूर
1 सिल्वर : शैली सिंह
3 ब्रॉन्ज : अभिषेक पाल, ऐश्वर्य मिश्रा, तेजस्विन शंकर
तूर हुए चोटिल
एशियाई रिकार्डधारी तूर ने दूसरे थ्रो में 20.23 मीटर की दूरी पर गोला फेंका लेकिन इस प्रयास के बाद वह ग्रोइन हिस्से में चोट से लंगड़ाते हुए बाहर आए। इसके बाद उन्होंने कोई थ्रो नहीं किया। ईरान के साबेरी मेहदी (19.98 मीटर) ने रजत पदक और कजाखस्तान के इवान इवानोव (19.87 मीटर) ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। तूर एशियाई चैंपियनशिप खिताब कायम रखने वाले तीसरे गोला फेंक एथलीट बन गए हैं।
पारुल की आसान जीत
पारुल ने नौ मिनट 38.76 सेकेंड के समय से आसान जीत हासिल की। चीन की शुआंगशुआंग जू और जापान की योशिमुरा रेमी ने क्रमश: सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीते। पारुल 2017 और 2019 में क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर रही थीं। उन्होंने 2019 में 5000 मीटर स्पर्धा का ब्रॉन्ज मेडल भी जीता था।
शैली को सिल्वर
लॉन्ग जंप की युवा एथलीट शैली सिंह ने सिल्वर मेडल हासिल किया। एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले सभी विजेताओं के पास हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने का मौका है।