- 24 घुड़सवारों ने 27 घोड़ों के साथ लिया पहले दिन ड्रेसाज में हिस्सा

- आरवीसी सेंटर में तीन दिन चलेगा ट्रायल

Meerut । आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज में गेम्स के लिए 5वां ट्रायल शुक्रवार को शुरू हुआ। इवेंटिंग गेम के ट्रायल की शुरुआत ड्रेसाज इवेंट से हुई। पहले दिन ड्रेसाज में 24 घुड़सवारों ने 27 घोड़ों के साथ हिस्सा लिया। यही घोड़े व घुड़सवार इवेंटिंग के अन्य दोनों इवेंट्स, क्रॉस कंट्री व शो-जंपिंग में भी हिस्सा लेंगे। तीनों इवेंट के बाद राइडर व घोड़े की मेरिट तैयार होगी।

सात मिनट में प्रदर्शन

ड्रेसाज एरिना के भीतर राइडर को घोड़े के साथ सात मिनट बिताने होते हैं। इन सात मिनटों में उन्हें अलग - अलग 21 तरह के मूवमेंट पूरे करने होते हैं। इनमें मूल रूप से तरह-तरह की चाल होती है। जिसमें घोड़े व घुड़सवार में आपसी तालमेल को परखा जाता है। इसमें स्पीड बढ़ाने व कम करने के साथ ही लेग हेल्डिंग यानी तिरछे चलना पड़ता है। इन्हीं मूवमेंट्स पर अंतरराष्ट्रीय जूरी राइडर की मेरिट तैयार करती है। गलतियों पर पेनाल्टी मिलती है। न्यूनतम पेनाल्टी वाले राइडर ही सफल माने जाते हैं।

53 पेनाल्टी वाले ही क्वालीफाई

पिछले एशियन गेम्स के इवेंटिंग में कांस्य पदक जीतने वाले घुड़सवार के 53 पेनाल्टी थे। उसको आधार मानते हुए एशियन गेम्स 2018 के ट्रायल में सफल होने के लिए अधिकतम 53 पेनाल्टी को मानक बनाया गया है। इस ट्रायल में इवेंटिंग के तीनों इवेंट को मिलाकर एक राइडर के 53 पेनाल्टी से अधिक नही होने चाहिए। अधिकतम 53 पेनाल्टी के साथ ही पांच में से तीन ट्रायल के बेस्ट परफार्मेस के आधार पर मेरिट तैयार की जाएगी। देश में पिछले चार ट्रायल को मिलाकर केवल आरवीसी के लेफ्टीनेंट कर्नल अमित सिनसिनवार ने ही एक ट्रायल इस मानक पर क्वालीफाई किया है।

विदेश से आई जूरी

ट्रायल में जूरी के तौर पर एफईआइ के तीन इंटरनेशनल जूरी मेंबर आरवीसी में मौजूद हैं। इनमें ग्रांड जूरी प्रेसीडेंट फिनलैंड के सेप्पो लेन, फ्रांस के इम्मैनुएल ओलियर और भारत के कर्नल प्रबल प्रताप सिंह इंटरनेशनल टेक्निकल डेलिगेट के तौर पर जूरी में शामिल हैं। इनके अलावा इक्ेवट्रियन फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से कर्नल आरके दहिया व अन्य जूरी में हैं। इस अवसर पर आर्मी सप्लाई कोर से ब्रिगेडियर समीर लांबा, आरवीसी के वेटनरी कमिश्नर ब्रिगेडियर संदीप कश्यप और आरवीसी के ही कोर्स डिजाइनर ब्रिगेडियर दीप अहलावत आदि उपस्थित रहे।