जिला प्रशासन अभियान चलाकर चिन्हित करेगा कम वोटिंग वाले बूथ

लोगों को किया जाएगा जागरुक, पिछले चुनाव में थी खराब पोजीशन

ALLAHABAD: फरवरी में फूलपुर उप चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव होना है। ऐसे में जिला प्रशासन पर चुनावी तैयारियों को पूरा करने का दबाव बढ़ गया है। इसी को देखते हुए आयोग ने जिले के उन बूथों में विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए हैं जहां पिछले चुनाव में पचास फीसदी से कम वोट पड़े थे। ऐसे बूथों में मतदाताओं को वोट देने के लिए जागरुक किया जाएगा।

तीनों विधानसभाओं का रिकार्ड खराब

बता दें कि इलाहाबाद के तहत आने वाली तीनों विधानसभाओं का वोटिंग प्रतिशत हमेशा से खराब रहा है। शहर उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी विधानसभा के परफॉर्मेस को देखते हुए चुनाव आयोग ने जरूरी कदम उठाया है। जिसके तहत मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के तहत ऐसे बूथों को चिन्हित किया जाएगा जहां 2014 लोकसभा और 2017 विधानसभा चुनाव में पचास फीसदी से कम वोटिंग हुई है। इनको चिंहित करने के साथ लोगों को मतदान के लिए जागरुक किया जाना है।

घर-घर जाएगी टीम

अभियान के तहत जिला प्रशासन की ओर से घर-घर जाकर लोगों को मतदान के महत्व के बारे में बताया जाएगा। नुक्कड़ नाटक, सभाएं, पम्फलेट आदि बांटकर लोगों में जागरुकता का संचार किया जाएगा। फिलहाल, पिछले चुनाव के आंकड़ों को खंगाला जा रहा है। ऐसे बूथों की गिनती हो रही है जहां वोटिंग काफी कम रही है। यहां वोटिंग कम होने से चुनाव परिणामों पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। इसके पहले भी आयोग के निर्देश पर कई तरह के अभियान चलाए गए थे लेकिन उनका खास असर नही पड़ा था। हालांकि, इस बार अधिकारी पिछली बातों को भूलकर बेहतर रिजल्ट लाने के प्रयास में हैं।

अभी ऐसे बूथों को ंिचन्हित किया जा रहा है जहां पिछले चुनावों में कम वोट पड़े थे। इसके बाद यहां आयेाग के आदेश पर अभियान चलाया जाएगा। कवायद वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने की है।

-केके बाजपेई, सहायक निर्वाचन अधिकारी, इलाहाबाद