नेताओं के पासपोर्ट नंबर लीक
पिछले साल हुये जी 20 शिखर सम्मेलन से जुड़ा एक राज सामने आया है. इसका खुलासा एक ब्रिटिश अखबार ने किया है. इस शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी भी गये थे. जिससे वह भी वहां हुये हादसे का शिकार बने. एक ब्रिटिश अखबार की खबर के मुताबिक पिछले साल नवंबर में ब्रिसबेन में जी 20 देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन में इतनी बड़ी लापरवाही हुयी. इस सम्मेलन में शरीक होने वाले नेताओं के पासपोर्ट नंबर लीक हो गये. इतना ही नहीं उनका वीजा ब्यौरा और अन्य निजी जानकारी ऑस्ट्रेलियाई आव्रजन विभाग के एक कर्मचारी के ई-मेल भेजने में हुई गलती के चलते एशियन कप फुटबॉल टूर्नामेंट के आयोजकों के पास पहुंच गई. 

सूचना देना जरूरी नहीं समझा
जानकारी के मुताबिक इसमें भारत के प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल थे. इसके आलवा जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन भी उन नेतओं की सूची में है जानकारी सार्वजनिक हो हुयी. सात नवंबर 2014 की घटना के बारे में सूचना देने के लिए और फौरी सलाह मांगने के लिए ऑस्ट्रेलियाई निजता आयुक्त से ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन एवं सीमा सुरक्षा विभाग के डायरेक्टर ने संपर्क किया, लेकिन इस घटना के बारे में जी 20 देशों के नेताओं को सूचना देना जरूरी नहीं समझा गया. आज तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये.

 

नेताओं के पासपोर्ट नंबर लीक
पिछले साल हुये जी 20 शिखर सम्मेलन से जुड़ा एक राज सामने आया है. इसका खुलासा एक ब्रिटिश अखबार ने किया है. इस शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी भी गये थे. जिससे वह भी वहां हुये हादसे का शिकार बने. एक ब्रिटिश अखबार की खबर के मुताबिक पिछले साल नवंबर में ब्रिसबेन में जी 20 देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन में इतनी बड़ी लापरवाही हुयी. इस सम्मेलन में शरीक होने वाले नेताओं के पासपोर्ट नंबर लीक हो गये. इतना ही नहीं उनका वीजा ब्यौरा और अन्य निजी जानकारी ऑस्ट्रेलियाई आव्रजन विभाग के एक कर्मचारी के ई-मेल भेजने में हुई गलती के चलते एशियन कप फुटबॉल टूर्नामेंट के आयोजकों के पास पहुंच गई. 


सूचना देना जरूरी नहीं समझा
जानकारी के मुताबिक इसमें भारत के प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल थे. इसके आलवा जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन भी उन नेतओं की सूची में है जानकारी सार्वजनिक हो हुयी. सात नवंबर 2014 की घटना के बारे में सूचना देने के लिए और फौरी सलाह मांगने के लिए ऑस्ट्रेलियाई निजता आयुक्त से ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन एवं सीमा सुरक्षा विभाग के डायरेक्टर ने संपर्क किया, लेकिन इस घटना के बारे में जी 20 देशों के नेताओं को सूचना देना जरूरी नहीं समझा गया. आज तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये.

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