AGRA: डॉ। भीमराव आम्बेडकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बुधवार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से पत्रकारिता संस्थान खोलने का दावा किया है। हालांकि विवि ने ये घोषणा पहली बार नहीं की है। पूर्व में भी संस्थान खोलने का दावा कर चुका विवि प्रबंधन इसके लिए स्थान का चयन भी नहीं कर सका था।

स्थान और जमीन का नहीं चयन
पूर्व प्रधानमंत्री के निधन के बाद कुलपति डॉ। अरविन्द दीक्षित ने पत्रकारिता विभाग खोलने की घोषणा की थी। करीब एक वर्ष बाद भी विवि प्रशासन द्वारा इस संबंध में कोई योजना तैयार नहीं की गई। इधर, चर्चा है कुलपति का कार्यकाल पूरा होने वाला है। ऐसी स्थिति में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से पत्रकारिता विभाग खोलने का दावा कहीं सपना बनकर ना रह जाए।

हवा-हवाई रहे पूर्व में किए दावे
कुलपति ने ऑनलाइन एप्लाई के बाद 25 दिन में डिग्री और सात दिन में मा‌र्क्सशीट देना का दावा किया था, लेकिन अभी तक सैकड़ों स्टूडेंट्स डिग्री और मा‌र्क्सशीट के लिए विवि कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। केमिस्ट्री विभाग में फूड प्रॉसीजिंग लैब खोलने का दावा किया था। वहीं, समय पर एग्जाम की तिथि जारी करने के बाद दो बार संशोधन किया गया था। दस लाख की योजना से गुलाब जल तैयार करने की मशीन धूल फांक रही है। आज तक विवि प्रशासन द्वारा किए सभी वादे धरातल पर नदारद हैं।

वर्जन

विवि में इंस्टीटयूट ऑफ एजुकेशन टूरिज्म एवं अटल बिहारी वाजपेयी पत्रकारिता संस्थान खोलने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय सलाहकार समिति की बैठक में बुधवार को लिया गया है।

गिरजा शंकर शर्मा, जनसंपर्क अधिकारी