- परिजन फरार, सुराग लगाने की कोशिश में जुटी एटीएस

- दो अन्य संदिग्ध सिराजुद्दीन व फईम के परिवारीजनों से की पूछताछ

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : टेरर फंडिंग के संदिग्ध सरगना सदाकत की तलाश में एटीएस ने एक सप्ताह में तीसरी बार बरेली स्थित उसके घर छापेमारी की। गुरुवार को टीम वहां पहुंची तो सदाकत ही नहीं, उसके परिवार के अन्य लोग भी फरार थे। सुराग हासिल करने की कवायद में एक घंटे तक टीम वहां रही। इसके बाद इसी गांव में रहने वाले दो अन्य संदिग्ध सिराजुद्दीन व फईम के घर भी पहुंची। वहां परिवारीजनों से पूछताछ के बाद लौट गई।

दबोचे गए आरोपियों ने किया था खुलासा

बीते शुक्रवार को लखीमपुर खीरी से उम्मेद अली, संजय अग्रवाल, एराज अली व बरेली निवासी समीर सलमानी को टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के पास से भारतीय व नेपाल की करेंसी भी बरामद हुई थी। पूछताछ में उन्होंने एटीएस को बताया था कि वे बरेली के परतापुर चौधरी गांव निवासी सदाकत, फहीम और सिराजुद्दीन के लिए काम करते हैं। शुक्रवार रात को ही एटीएस गांव पहुंची मगर सदाकत नहीं मिला था। इसके बाद मंगलवार को भी दबिश दी थी।

इज्जतनगर से बरामद हुई थी कार

मंगलवार को ही रात में सदाकत की कार इज्जतनगर रेलवे स्टेशन के पास बरामद हुई तो आशंका व्यक्त की गई कि वह बरेली में ही है, जिसके बाद गुरुवार को एटीएस फिर सदाकत के गांव परतापुर चौधरी पहुंची। दरवाजे नहीं खुले तो एटीएस पड़ोसी की छत से उसके घर में दाखिल हुई। करीब एक घंटे तक जांच पड़ताल की। घर से परिवारीजन भी फरार थे। इसके बाद टीम संदिग्ध सिराजुद्दीन और फईम के घर गई। जहां परिवारीजनों से पूछताछ कर एटीएस लखनऊ लौट गई। बता दें कि सिराजुद्दीन और फईम भी सदाकत के साथ ही 20 दिन से गायब हैं। टीम में शामिल इंस्पेक्टर एटीएस मंजीत सिंह ने बताया कि सदाकत का घर बंद मिला था। उसके यहां जांच की गई है। फईम और सिराजुद्दीन के परिवारीजनों ने सहयोग को कहा है, उनसे जरूरी पूछताछ की गई है।