RANCHI: बीआईटी ओपी एरिया के खालसा ढाबा के पास से 8-क्0 अपराधियों ने सोमवार को क्भ् वर्षीय आर्य कुमार को अगवा करने की कोशिश की। घटना उस समय की है, जब आर्य सुबह 8.क्भ् बजे अपने स्कूल बरियातू रोड स्थित सेंट्रल एकेडमी दोस्तों के साथ ऑटो में जा रहा था। आर्य कुमार ओरमांझी थाना क्षेत्र के चकला निवासी मुकेश भारतीय का पुत्र है। इस बाबत मुकेश भारतीय ने बीआईटी ओपी में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है।

दोस्तों ने शोर कर बचाया

जानकारी के मुताबिक, आर्य कुमार अपने दोस्तों के साथ ऑटो में बैठकर बरियातू रोड स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल जा रहा था। वह सेंट्रल एकेडमी में क्क्वीं का छात्र है। उसी क्रम में घात लगा कर बैठे अपराधियों ने बीआईटी मोड़ और खालसा ढाबा के बीच से आर्य कुमार को जबरन उतार लिया और ले जाने लगे। उस ऑटो में उसके तीन-चार अन्य दोस्त भी थे। आर्य को जबरन उतारते देख वे लोग भी ऑटो से उतर गए और शोर मचाने लगे। इसके बाद लड़कों ने आसपास रह रहे अन्य दोस्तों को भी बुला लिया। लोगों के जुटने के बाद सभी अपराधी ट्रेकर पर सवार होकर फरार हो गए।

क्या कहा आर्य ने

आर्य कुमार घटना के बाद अपने घर चला गया। उसने घटना की पूरी जानकारी अपने पिता मुकेश भारतीय को दी। बताया कि किडनैपर्स में से कुछ को वह पहचानता है, जो गांव के आसपास के ही रहने वाले हैं। इसके बाद मुकेश भारतीय ने बीआईटी ओपी मेसरा में नरेंद्र कुमार, दीनानाथ महतो, धनंजय कुमार, बच्ची देवी, मुन्नी देवी, नीलू देवी व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस को बताया कि सभी अपराधी उग्रवादियों की ड्रेस में आए थे।

जाते-जाते दे गए धमकी

जाते वक्त किडनैपरों ने आर्य से कहा कि यदि गांव की जमीन उसके बाप ने नहीं दी। मुकदमा वापस नहीं लिया तो आर्य को जल्द ही जान से मार देंगे। गांव में रह रहे बूढ़े दादा-दादी को भी नहीं छोड़ेंगे।

नालंदा की पैतृक संपत्ति बनी वजह

मुकेश भारतीय ने पुलिस को बताया कि सभी अपराधी उग्रवादियों के ड्रेस में आए थे। यह भी बताया कि वह मूल रूप से बिहार के नालंदा के चंडी थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव का रहनेवाला है। कई सालों से रांची में रह रहे हैं। गांव में उनकी काफी संपत्ति है, जिसे कुछ लोगों ने हड़प लिया था। इस बाबत वे बिहार में जाकर उनलोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराए। इसके बाद से हम लोगों को धमकी मिल रही है। वहीं, रोड चौड़ीकरण में जमीन जाने के बाद काफी पैसा मिला है। मुकेश भारतीय के साथ उसका बेटा भी कभी-कभी गांव जाता है। गांव जाने के क्रम में अपराधियों ने उसकी पहचान कर ली थी। इसके बाद उसका अपहरण करने का प्रयास किया।