पुलिस के सामने भाजपा के खिलाफ लगाए नारे

ढाई महीनों से आरोपी को तलाश रही थी पुलिस

पंचायत में इंस्पेक्टर की गर्दन काटने की दी थी धमकी

Meerut। आखिरकार वांछित सपा नेता अतुल प्रधान ने कोर्ट में सरेंडर कर ही दिया। इससे पहले उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग और प्रेस कांफ्रेंस कर यह साबित कर दिया कि सूबे में सरकार भले ही भाजपा की हो, लेकिन पुलिस महकमे पर सपा की पकड़ आज भी कमजोर नहीं हुई है। फिलहाल कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

सरेंडर से पहले प्रेसवार्ता

अतुल प्रधान ने सरेंडर करने पहले अपने आवास पर प्रेसवार्ता की। इसके साथ भावनपुर व मवाना में लोगों के साथ मीटिंग की। कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसके साथ जुलूस के साथ कोर्ट में सरेंडर किया।

जुलूस के साथ सरेंडर

अतुल प्रधान करने का जुलूस अपने आवास से निकला। इसके बाद कई रास्तों से होता हुआ कचहरी पहुंचा। कचहरी में अतुल प्रधान के समर्थकों ने काफी नारेबाजी की। इसके बाद उसने जुलूस के साथ कोर्ट में सरेंडर किया।

पुलिस अफसर रहे मौन

जिस रास्ते से होकर अतुल प्रधान कोर्ट पहुंचा, उस पर कई थानों की पुलिस चेकिंग भी कर रही थी। कई अधिकारी भी वहां से निकले, लेकिन किसी ने उसे गिरफ्तार करने की हिमाकत नहीं की।

पूर्व सीएम के करीबी

अतुल प्रधान को पूर्व सीएम अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। जितनी बार भी पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मेरठ में रैलियां की है। उसमें अखिलेश यादव अतुल प्रधान के साथ हैलीकाप्टर में बैठकर रैली में आए थे। सीएम के आदेश पर ही अतुल प्रधान की पत्‍‌नी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाया गया था।

13 मामलों में मांगी जमानत

एसीजीएम 10 की कोर्ट में सरेंडर करते हुए 13 मामलों में जमानत मांगी़ दोपहर को सुनवाई करते हुए एसीजीएम 10 के जज नीरज बख्शी ने उन्हें आठ मुकदमों में जमानत दे दी़ तीन मामलो में अतुल के वारंट भी रिकॉल कर दिए गए़ लेकिन 353 और 325 के मामले में जमानत देने से इनकार करते हुए उन्हें जेल भेजने के आदेश दे दिए़

कोर्ट के बाहर हंगामा

कोर्ट के बाहर अतुल समर्थकों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की़ हालात बिगड़ते देख पुलिस के कड़े पहरे में अतुल को जेल भेज दिया गया़

बिना इजाजत की पंचायत

05 नवंबर 2017 : अतुल प्रधान पर धारा 144 लागू के बाद भी बिना इजाजत के कमिश्नरी मैदान में पंचायत करने का आरोप लगा। उसी दिन सिविल लाइन थाने में अतुल प्रधान के खिलाफ धारा 353 समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

इंस्पेक्टर को दी थी धमकी

1 नवंबर 2017 : मखदूमपुर मेले में सपा नेता अतुल प्रधान ने सुमित एनकाउंटर में शामिल रहे इंस्पेक्टर को चीर देने की धमकी दी थी। मामले का वीडियो सोशल साइट पर वायरल होने के बाद अतुल पर केस दर्ज हुआ था।

पुलिस लगातार अतुल प्रधान के घर व उसके रिश्तेदारों पर दबिश डाल रही थी। पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए अतुल प्रधान ने सरेंडर किया है।

मंजिल सैनी, एसएसपी