अनहोनी हुई तो छोड़ेंगे नहीं
एयू में तैनात रहे गार्ड राजबहादुर शर्मा को उसके परिजनों ने किडनी की प्राब्लम के चलते बेली हास्पिटल में एडमिट कराया था। डाक्टर्स ने फ्राईडे को जवाब दे दिया। गार्डों ने वीसी आफिस पर मौजूद मीडिया कर्मियों से साफ शब्दों में कहा कि राजबहादुर के साथ अनहोनी हुई तो वे एयू के आफिसर्स को बख्शेंगे नहीं। फिर चाहे नौकरी रहे या जाए। गार्डों का भी यही तर्क है कि उन्हें नियमित सैलरी, पीएफ और ईएसआई जैसी सुविधाएं मिलतीं तो राजबहादुर का ट्रीटमेंट किसी अच्छे हास्पिटल में बेहतर तरीके से हो पाता। आरोप है कि एयू में तैनात एजेंसी में यूनिवर्सिटी के ही दो बड़े आफिसर्स के बेहद करीबी लोग हैं। उधर, गार्डों का रुख भांपकर आफिसर्स भी एलर्ट हैं और किसी दूसरी एजेंसी को सिक्योरिटी का जिम्मा देने की तैयारी में हैं।