36 विषयों में दो सौ से अधिक पदों के लिए विज्ञापन
13 विषयों के लिए इंटरव्यू का कार्यक्रम घोषित नहीं
16 सर्वाधिक नियुक्तियां होनी हैं रसायन विज्ञान में
20 पदों पर सेलेक्शन होना है ईडब्ल्यूएस कोटा के अन्तर्गत
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-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में स्नातक दाखिले की प्रक्रिया हो चुकी पूरी
-धीमी गति से चल रहा है फैकल्टी के लिए इंटरव्यू
prayagraj@inext.co.in
PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में स्नातक दाखिला जितनी तेजी से पूरा हुआ, गेस्ट फैकल्टी का सेलेक्शन उतना ही स्लो है। इंटरव्यू की प्रक्रिया इतनी धीमी है कि जून महीने के अंतिम सप्ताह में 36 विषयों में दो सौ से अधिक पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया था। लेकिन लेकिन अभी तक 13 विषयों के लिए इंटरव्यू का कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है। यह स्थिति तब है जबकि बीए, बीएससी व बीकॉम प्रथम वर्ष में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की क्लासेज शुरू हो चुकी हैं।
सितम्बर तक चलेगा इंटरव्यू
गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति के लिए विवि में 27 जुलाई से इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू की गई थी। पहले दिन भूगोल विषय लिए अभ्यर्थियों का इंटरव्यू किया गया था। जबकि 23 अगस्त को भौतिक विज्ञान विषय के लिए इंटरव्यू किया जाना है। जबकि 36 विषयों के लिए कुल 202 पदों पर इंटरव्यू किया जाएगा। लेकिन अभी तक 13 विषयों के लिए इंटरव्यू का कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है। ऐसे में यह प्रक्रिया अगस्त माह तक पूरा नहीं होने की संभावना है। यही वजह है कि स्नातक की क्लासेज सुचारू रूप से संचालित नहीं हो पा रही हैं।
साइंस में सबसे ज्यादा जरूरत
गेस्ट फैकल्टी के लिए निकाले गए विज्ञापन के अनुसार सबसे ज्यादा शिक्षकों की जरूरत रसायन विज्ञान विषय है। इसमें सर्वाधिक 16 पदों पर नियुक्ति होनी है। जूलाजी विषय में 11 तो बॉटनी विषय में आठ पदों पर नियुक्ति की जानी है। खास बात है कि कुल पदों में से ईडब्ल्यूएस कोटा के अन्तर्गत शिक्षकों के बीस पदों पर सेलेक्शन किया जाएगा।
पांच को मध्यकालीन इतिहास का इंटरव्यू
गेस्ट फैकल्टी के तहत पांच अगस्त को मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विषय के लिए इंटरव्यू होना है। सात अगस्त को मैथ्स, आठ को पर्यावरण अध्ययन व नौ जुलाई को जूलाजी विषय का इंटरव्यू लिया जाएगा।
वर्जन
विभागों में अभी परास्नातक की एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। स्नातक के स्टूडेंट्स का नामांकन कार्य भी किया जा रहा है। प्रयास किया जा रहा है कि अगस्त महीने के अंत तक सभी विषयों की इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी हो जाए।
-डॉ। चितरंजन कुमार, पीआरओ इविवि