देहरादून : लोक निर्माण विभाग ने जर्जर और दोगुने ट्रैफिक दबाव वाले पुलों पर सुरक्षा मानकों की जांच कराएगा। इसके लिए विभाग ने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के करीब दो हजार पुलों की सूची पर मंथन कर जिलों से रिपोर्ट मांगी है। खासकर सुरक्षा की मियाद के करीब पहुंचे 235 पुलों पर इसी माह सुरक्षा रिपोर्ट देने को कहा गया है, ताकि इन पुलों की सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठाए जा सकें।

लक्ष्मण झूला के बाद हरकत में विभाग

लक्ष्मण झूला पुल की सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट ने लोक निर्माण विभाग के आंख-कान खोल दिए हैं। इससे अब राज्य के गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में बने ढाई हजार पुलों की सुरक्षा पर भी ध्यान गया है। हालांकि इनमें से अधिकांश पुल नए बनाए गए हैं, लेकिन 30 फीसद से ज्यादा पैदल, मोटर पुल अपनी मियाद पूरी करने के करीब पहुंच गए हैं।

235 पुलों पर बढ़ा लोड

इसी तरह सिंगल लेन से डबल लेन सड़क, स्टेट हाईवे से नेशनल हाईवे, चारधाम यात्रा रूट, पर्यटक स्थल आदि से भी 235 पुल जुड़े हुए हैं। इन पुलों पर अचानक ट्रैफिक का लोड बढ़ने से सुरक्षा खतरे में है। ऐसे में इन पुलों पर सुरक्षा के मानकों की गहनता से जांच कराई जानी जरूरी है। लोनिवि के प्रमुख अभियंता हरिओम शर्मा ने बताया कि 66 मोटर और पैदल पुलों पर ज्यादा दिक्कतें हैं। इन पुलों पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ने के साथ ही इनकी मियाद करीब आ गई हैं। भारी वाहनों की आवाजाही से भी पुलों को खतरा बना हुआ है। ऐसे में सभी चीफ इंजीनियर्स को निर्देश दिए गए कि वह अपने-अपने क्षेत्र के पुलों पर सुरक्षा मानकों की जांच कराएं। इसकी रिपोर्ट भी समय पर मुख्यालय को देने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।