RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी के एग्जामिनेशन कंट्रोलर के नाम से बैंक मे खुले अकाउंट का ऑडिट किया जाएगा। अकाउंट से हुए लेन-देने की जांच जांच फाइनेंस एक्सपर्ट करेंगे। यह अकाउंट यूनिवर्सिटी में स्थित ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में खोला गया है। इस अकाउंट में स्टूडेंट्स से लिए गए सौ-सौ रुपए को जमा किया गया है।

न निकलेगी राशि और न होगी जमा

ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में एग्जामिनेशन कंट्रोलर के नाम से खुले अकाउंट में अब न तो राशि जमा की जा सकेगी और न ही निकासी होगी। इस बाबत यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से बैंक को डायरेक्शन दे दिए हैं। इसके अलावा इस अकाउंट से अबतक हुए लेन-देन का ब्योरा बैंक ने यूनिवर्सिटी को सौंप दिया है। आरयू के प्रो वीसी डॉ रजीउद्दीन ने बताया कि एग्जामिनेशन कंट्रोलर के नाम से खुले अकाउंट का ऑडिट कराने का फैसला लिया गया है। चूंकि, बैंक की ओर से जो डॉक्यूमेंट्स और डिटेल्स यूनिवर्सिटी को सौंपे गए हैं, उसकी जांच फाइनेंस एक्सपर्ट करेंगे। खाते का तत्काल ऑडिट कराने से सारा विवरण सामने आ जाएगा।

और मामला सामने आया

एग्जामिनेशन कंट्रोलर के नाम से बैंक में खुले अकाउंट का मामला कुछ दिन पहले सामने आया था। इस अकाउंट के लिए स्टूडेंट्स से सौ-सौ रुपए का ड्राफ्ट मांगा गया था। जब स्टूडेंट्स ने रुपए लेने की वजह जाननी चाही तो एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट जवाब नहीं दे सका। ऐसे में एबीवीपी ने शनिवार को हंगामा भी किया था। इसके बाद ही इस मामले की जांच कराने का यूनिवर्सिटी ने फैसला लिया है।

एनएसयूआई ने जम्मू कश्मीर में लगाया कैंप

एनएसयूआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुमार राजा के नेतृत्व में राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने जमू-कश्मीर में आठ दिवसीय बचाव एवं राहत कैंप लगाया गया। एनएसयूआई के मेंबर्स ने श्रीनगर, पूंछ, मंडी के कई इलाकों में जाकर पानी, कंबल और दवाइयां बांटी। कुमार राजा ने बताया कि ऐसी त्रासदी के लिए पूरे देश को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। एनएसयूआई अपील करती है कि देश के छात्र एवं युवा इस त्रासदी से निपटने के लिए किसी न किसी रूप में अपना योगदान करें।