कैनबेरा (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने सोमवार को कहा कि इस महीने की शुरुआत में देश की संसद पर साइबर हमला दूसरे देशों द्वारा किया गया था। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस हमले के पीछे किस देश का हाथ था। मॉरीसन ने कैनबेरा के संसद में 8 फरवरी को कंप्यूटर नेटवर्क पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा, 'जांच से पता चला है कि कुछ राजनीतिक दलों लिबरल, लेबर और नेशनल्स के नेटवर्क भी इस हमले में प्रभावित हुए हैं।' पीएम ने कहा कि हमले के पीछे एक परिष्कृत समूह का हाथ है।
चुनाव भी हो सकता है प्रभावित
पीएम मॉरीसन ने कहा, 'हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने इस गतिविधि का पता लगाया है और वे इन सिस्टम को सुरक्षित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। हालांकि, अभी यह कहना मुश्किल है कि मई में होने वाले चुनाव में इससे खतरा है या नहीं।' उन्होंने कहा कि इस हमले से चुनाव प्रभावित ना हो इसके लिए उन्होंने कई उपाए निकाले हैं। बता दें कि हमले के बाद संसद ने कई उपायों को अपनाया, जैसे कि पासवर्ड बदलना। हालांकि, इस हमले से सिस्टम का कोई भी डेटा चोरी या क्षतिग्रस्त नहीं हुआ। इससे पहले 2015 में, चीन के हैकरों ने ऑस्ट्रेलियाई मौसम विज्ञान कार्यालय के कंप्यूटर को हैक कर लिया था, इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने विदेशी जासूसी को पकड़ने के लिए अपनी सुरक्षा और बढ़ा दी।
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