-ऑटो व ई-रिक्शा चालक टूरिस्ट से वसूल रहे मनमाना किराया

-किराया की जानकारी नहीं होने से टूरिस्ट बन रहे शिकार

'अतिथि देवो भव:' का मंत्र देने वाले बनारस में यात्रियों के साथ जमकर लूट-खसोट हो रही है।

दर्शन-पूजन और घूमने-फिरने के उद्देश्य से यहां आने वालों से ऑटो व ई-रिक्शा चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं। विरोध करने पर दु‌र्व्यवहार करने से नहीं चूकते हैं।

उनके इस हरकत की जानकारी पुलिस से लेकर परिवहन विभाग तक को होती है लेकिन कार्रवाई नहीं होती है।

भाषा से तय होता है भाड़ा

शहर के प्रमुख चौराहों, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर ऑटो व ई रिक्शा चालकों की पूरी फौज मौजूद रहती हैं। किसी यात्री या ग्रुप के आते ही उन्हें घेर लेते हैं। सबसे पहले उनकी भाषा को जानने की कोशिश करते हैं। अगर सवारी बनारस का रहने वाली और लोकल है भाषा बोलती है तो उसका भाड़ा भी सामान्य होगा। अगर दूसरे जिले या प्रदेश की भाषा बोलता है तो उसका रेट अलग से तय हो जाता है। कई बार यह किराया सामान्य से दो से तीन गुना तक होता है।

डिस्टर्ब करते हैं टै्रफिक

सवारी के चक्कर में ऑटो व ई रिक्शा चालक नियम-कानून की खूब धज्जियां उड़ाते हैं। जहां भी कोई सवारी मिला वहीं अपने वाहन में बिठाने के लिए मारामारी शुरू कर देते हैं। कैंट स्टेशन पर ट्रैफिक का भारी दबाव होता है। स्टेशन से कुछ दूरी पर ऑटो स्टैंड होने के बावजूद पहले सवारी बटोरने के चक्कर में बीच सड़क पर खड़े रहते हैं। इसकी वजह से हर वक्त जाम लगा रहता है। दो मिनट का सफर 20 मिनट में तय हो पाता है।

ओवरलोडिंग भी जमकर

ऑटो व ई-रिक्शा चालकों की मनमानी सिर्फ किराया तक ही सीमित नहीं है। ये नियम कानून को ताक पर रखकर चलते हैं ऑटो में मानक से ज्यादा सवारियां बिठाते हैं। जबकि नियमत: ऑटों में तीन और ई-रिक्शा में चार से ज्यादा सवारी नहीं बैठा सकते हैं।

क्या कहते है सवारी

किराया तय न होने की वजह से मालूम ही नहीं पड़ता कि हम जहां जा रहे हैं उसकी दूरी कितनी है और किराया कितना होना चाहिए।

-गरिमा दत्ता, गाजियाबाद

ऑटो चालक मनमाना किराया वसूलते हैं। महज 2 किलोमीटर तक की दूरी के 50 से 80 रुपये तक ले लेते हैं। कोई नियम-कानून है ही नहीं यहां।

-राहुल कुमार, मध्य प्रदेश

ऑटो वाले खूब बेईमानी करते हैं। दिल्ली की तरह बनारस के ऑटो चालकों को तय किराए के दायरे में लाने के साथ इनके ऑटो में मीटर लगना चाहिए।

-आरती राय, स्टूडेंट, दिल्ली

एक नजर

25

हजार से ज्यादा ऑटो दौड़ रहे शहर में

05

हजार से ज्यादा ई-रिक्शा है शहर में

15

हजार से ज्यादा अवैध ऑटो चल रहे शहर में

02

गुना किराया वसूलते है टूरिस्ट से

10

लाख टूरिस्ट आते हैं हर साल बनारस

पिछले माहीने ऑटो किराया रिवाज्ड किया गया है। यात्रियों से मनमाना किराया वसूला न जा सकें इसके लिए रेलवे व बस स्टेशनों पर किराया सूची लगवाई जाएगी।

आरपी दिृवेदी, आरटीओ