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प्राइवेट वाहन अड्डे हैं शहर के अंदर

1440

तिपहिया टैम्पो टैक्सी की है कुल संख्या

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हजार के करीब हैं रजिस्टर्ड ई-रिक्शा

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हजार के करीब हैं अनरजिस्टर्ड है ई-रिक्शा की संख्या

-शहर में टैम्पो टैक्सी व ई-रिक्शा चालकों को मनमानी की खुली छूट से लग रहा जाम

-हॉस्पिटल और सीएमओ दफ्तर गेट से लेकर दर्जनों स्थानों को बना रखे हैं अवैध वाहन स्टैंड

PRAYAGRAJ: ट्रैफिक को लेकर नियमों का पालन हर चौराहे पर हो रहा है। लेकिन सिटी में आज भी कई स्पॉट्स ऐसे हैं, जहां पर ऑटो और ई-रिक्शा की मनमानी चल रही है। इनकी मनमानी के चलते आए दिन जाम लग रहा है। बिना तय स्थान पर ही खड़े करके सवारी भरने की इनकी आदत से आए दिन शहर के ट्रैफिक सिस्टम का दम टूटता है। हैरानी की बात तो यह है कि इन स्पॉट्स पर दूर-दूर तक एक सिपाही तक नजर नहीं आता, जो जाम खुलवा सके।

हजारों की है तादाद

शहर में हजारों की संख्या में ई-रिक्शा और करीब डेढ़ हजार तिपहिया वाहन रोज दौड़ते हैं। इन वाहनों को खड़ा करने के लिए सिटी में मात्र सात वाहन अड्डे हैं। कुंभ व स्मार्ट सिटी की आंधी में इन वाहन अड्डों का नामों निशान मिट चुका है। वाहन अड्डे के नाम पर जिम्मेदार सिर्फ कागजी कोरम पूरा कर रहे हैं। ऐसी स्थिति इन वाहनों के चालक मनमानी पर उतर आए हैं। कहीं पर भी वाहनों को खड़ा करना इनकी नीयत बन गई है।

बाक्स

यहां के हालात हैं ज्यादा बदतर

-म्योराबाद चौराहे पर कट के थोड़ा आगे रोड पर सवारी के चक्कर में तिपहिया वाहन व ई-रिक्शा चालक घंटे व आधे घंटे तक खड़े रहते हैं।

-बेली हॉस्पिटल गेट व सीएमओ ऑफिस गेट पर टैम्पो टैक्सी संग ई-रिक्शा के अलावा लग्जरी गाडि़यां भी आधी सड़क घेरकर खड़ी कर दी जाती हैं।

-राजापुर टै्रफिक चौराहे के पास सिविल डिवाइडर तक पर टैम्पो टैक्सी व ई-रिक्शा खड़े हुए आराम से देखे जा सकते हैं।

-म्योहाल चौराहे पर सिविल लाइंस की तरफ से आने वाले ये वाहन चौराहा पार करते ही आधी से ज्यादा सड़क पर खड़े रहते हैं।

-म्योहाल पर ही लोकसेवा आयोग चौराहे से पहले भी रोड पर इन वाहनों के चालकों की मनमानी देखी जा सकती है।

-हॉट-स्टफ चौराहे पर वीपीआर गेट के सामने तो ई-रिक्शा तो ऐसे खड़े रहते हैं मानों यहां स्थान इनके लिए एलॉट हो चुका हो।

-यही स्थिति एसआरएन हॉस्पिटल मोड़ पर भी किसी भी समय आराम से देखी जा सकती है

-तेलियरगंज आजाद मार्केट के पास बने सुलभ काम्प्लेक्स के सामने कट के पास की सड़क भी अवैध वाहन स्टैंड बन चुका है।

-तेलियरगंज गोविंदपुर मोड़ और टीबी हॉस्पिटल गेट के पास भी तिपहिया वाहन व ई-रिक्शा चालक बीच रोड गाड़ी खड़ी कर सवारियां बैठाते हैं।

-इलाहाबाद रेलवे स्टेशन खुल्दाबाद साइड व सिविल लाइंस हनुमान मंदिर तुलसी चौराहे के पास भी यही स्थिति है

वर्जन

टैम्पो टैक्सी की संख्या करीब 1440 व रजिस्टर्ड ई-रिक्शा पांच हजार के लगभग हैं। चार हजार के करीब ई-रिक्शा अनरजिस्टर्ड। वाहन अड्डों की संख्या तकरीबन सात ही है। इन्हें भी समाप्त ही समझिए। ऐसे में वाहन चालक जाएं तो जाएं कहां। इस समस्या की तरफ भी ध्यान दिया जाना चाहिए।

-विनोद दुबे, अध्यक्ष टैम्पो टैक्सी यूनियन

वर्जन

मनमानी पर उतारू तिपहिया व ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई का प्लान तैयार किया जा रहा है। जल्द ही आप को इस दिशा में भी बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेंगे। वाहन अड्डों की सूची देने के लिए नगर निगम को लेटर भेजा गया है।

-कुलदीप सिंह, एसपी ट्रैफिक