RANCHI: रिम्स में ऑटोनॉमिक फंक्शन टेस्ट के लिए मशीन इंस्टालेशन का काम चल रहा है। जल्द ही इसके कई पा‌र्ट्स भी इंस्टाल कर दिए जाएंगे, जिससे हार्ट, ब्रेन और वस्कुलर टेस्ट कर किसी भी व्यक्ति की बीमारी के बारे में पता लगाया जा सकेगा। इसके बाद बीमारी का तत्काल इलाज होगा और मरीजों की जान बचाई जा सकेगी। चूंकि कई बार लोगों को पता ही नहीं होता कि उन्हें कोई बीमारी भी है। ऐसे में यह टेक्नोलॉजी काफी कारगर साबित होगी। ये बातें कांफ्रेंस के दौरान असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। मणिभूषण कुमार सिन्हा ने बताई। वहीं डायरेक्टर डॉ। डीके सिंह ने कहा कि फिजियोलॉजी मेडिसीन की जननी है। नई मशीनें जल्द ही उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि रिसर्च करने में मदद मिले।

डॉक्टर्स ने जानी नई तकनीक

शनिवार को एसोसिएशन ऑफ फिजियोलॉजिस्ट्स एंड फार्माकोलॉजिस्ट्स ऑफ इंडिया के फ‌र्स्ट एनुअल कांफ्रेंस में बिहार झारखंड के फिजियोलॉजिस्ट शामिल हुए। एम्स दिल्ली से आए डॉ। अशोक जरियाल, निमहांस बेंगलुरु से आए डॉ। कविराज और टीएन सत्यप्रभा ने वर्कशॉप में डॉक्टर्स और स्टूडेंट्स को नई टेक्निक के बारे में जानकारी दी। साथ ही बताया कि कैसे एक टेस्ट से किसी इंसान की बीमारी के बारे में पता लगाया जा सकता है।