>RANCHI: खून के रिश्ते को दुनिया का सबसे अटूट बंधन माना जाता है। अपनी रगों में बहते खून के चंद कतरे दान कर आप ऐसे अनजान लोगों से यही रिश्ता जोड़ सकते हैं, जो जरूरत के वक्त आपसे मिले इस तोहफे के दम पर नया जीवन पाकर आपका हमेशा आभारी रहेगा। ऐसे में रक्तदान कर जीवनदान का यश पाने में हर्ज ही क्या है। रक्तदान क्यों है महादान, जानने के लिए व‌र्ल्ड ब्लड डोनर डे पर पढ़ें आई नेक्स्ट की स्पेशल रिपोर्ट।

ब्भ्0 एमएल ब्लड कर सकते हैं डोनेट

एक्सपर्ट की मानें, तो ब्लड डोनेट करने के लिए मिनिमम वेट ब्भ् केजी होना चाहिए। उससे कम वेट का व्यक्ति ब्लड डोनेट नहीं कर सकता है। एक स्वस्थ व्यक्ति फ्भ्0 एमएल ब्लड डोनेट कर सकता है। वहीं, म्0 केजी वजन वाला इंसान चाहे तो ब्भ्0 एमएल ब्लड डोनेट कर सकता है। उस व्यक्ति को कोई परेशानी नहीं होगी। एक्सप‌र्ट्स का मानना है कि ब्लड डोनेट करने से इंसान को किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं होती है। क्योंकि शरीर में इसकी भरपाई कुछ ही घंटों में हो जाती है।

ये मरीज न करें ब्लड डोनेट

टीबी

मलेरिया

थायरॉयड

टायफायड

कैंसर

एचआईवी

ब्लड बैंक के लिए ये हैं नॉ‌र्म्स

-फ्भ्-भ्0 बेड के हॉस्पिटल से टाइअप

-ब्लड बैंक के लिए एक हजार स्क्वायर फीट स्पेस

-पर्याप्त संख्या में क्वालीफायड डॉक्टर्स

-गवर्नमेंट द्वारा जारी किया गया लाइसेंस

बॉक्स

अपने लोगों को करते हैं ब्लड डोनेट

तिरील कोकर में रहने वाले संदीप तिग्गा ब्लड डोनेट करने वालों में एक हैं। उनका मानना है कि रक्तदान से किसी की जान बच सकती है। वह पांच साल से रक्तदान कर रहे हैं, लेकिन सिर्फ अपने पहचान वालों को ही। इसमें उन्हें खुशी मिलती है। शनिवार को भी वह एक करीबी के लिए ब्लड डोनेट करने आर्ची ब्लड बैंक पहुंचे थे। वहां उन्होंने घंटों इंतजार करने के बाद ब्लड डोनेट किया, तब जाकर उनके रिलेटिव को वहां से खून मिला। वह बताते हैं कि लोगों में जागरूकता की कमी है। इसलिए ब्लड बैंकों में खून की क्राइसिस है।