-आयोध्या मामले पर फैसला आने की जानकारी मिलते ही टिकट कराए कैंसिल

-फ्राइडे रात से ही होने लगे रिजर्वेशन के टिकट कैंसिल, ऐन वक्त पर भी छोड़ दी ट्रेन

8-बजे फ्राइडे रात से टिकट कैंसिल कराने वालों की बढ़ी संख्या

68-टिकट एनआर जंक्शन से हुए कैंसिल

15-टिकट करीब एनआर के होते थे डेली कैंसिल

85-टिकट एनईआर में हुए कैंसिल

20-टिकट करीब एनईआर के होते थे डेली कैंसिल

153-टिकट सैटरडे शाम छह बजे तक हुए कैंसिल

बरेली:

अयोध्या मामले पर फैसला आने की न्यूज जैसे ही पब्लिश हुई लोगों में दहशत से फैल गई। प्रशासन भले ही इसके लिए अलर्ट हो लेकिन फिर भी लोगों को माहौल बिगड़ने का डर सताने लगा। बरेलियंस में यह खौफ साफ दिखाई दिया। इसके चलते फ्राइडे शाम छह बजे से सैटरडे शाम छह बजे तक कुल 153 लोगों ने अपने रिजर्वेशन टिकट कैंसिल करा दिए। हालांकि इससे रेलवे और पैसेंजर्स दोनों को ही नुकसान झेलना पड़ा।

एनईआर के सबसे अधिक टिकट कैंसिल

सबसे अधिक टिकट इज्जतनगर मंडल एनईआर के कैंसिल हुए। रिजर्वेशन का काम देखने वाले वाले जिम्मेदार की ही माने तो डेली जहां 15-20 टिकट कैंसिल होते थे। वह फ्राइडे और सैटरडे को 24 घंटे में बढ़कर 85 तक पहुंच गए। रेलवे अफसरों की माने तो रेलवे को टिकट कैंसिल होने से 40 हजार से अधिक का नुकसान हुआ है। वहीं बरेली जंक्शन की बात करें तो नॉर्मल दिनों में टिकट कैंसिल कराने वालों की संख्या 10-15 रहती थी वह फ्राइडे और सैटरडे को बढ़कर 68 तक पहुंच गई। एनआर रेलवे अफसरों की मानें तो टिकट कैंसिल होने से करीब 35 हजार से अधिक का नुकसान हुआ है। वहीं इससे पैसेंजर्स को भी कटौती होने पर नुकसान झेलना पड़ा।

कई ने ट्रेन ही छोड़ दी

रेलवे में जहां रिजर्वेशन के लिए सीटों की मारामारी रहती थी। वहीं रिजर्वेशन कराने वाले पैसेंजर्स ने अयोध्या मामले में फैसला आने और महौल देखने के बाद ही सफर करने का निर्णय लिया। कई लोगों ने टिकट कैंसिल भी नहीं कराया और सफर भी नहीं किया। इससे सीट खाली छोड़ दी।

अलग-अलग रूट के थे पैसेंजर्स

एनआर बरेली जंक्शन से सफर करने वालों में दिल्ली, जयपुर, वाराणसी, अंबाला, द्वारिका, प्रयागराज, अहमदाबाद, गोण्डा और मुरादाबाद के साथ लखनऊ के पैसेंजर्स ने अधिक टिकट कैंसिल कराए। वहीं एनईआर में लखनऊ, काठगोदाम, टनकपुर और दिल्ली के साथ कासगंज रूट को जाने वाली ट्रेनों में टिकट कैंसिल कराए। हलांकि इस दौरान डेली सफर करने वाले पैसेंजर्स की संख्या भी कम दिखी।