लखनऊ (ब्यूरो)। सुप्रीम कोर्ट के जिस फैसले के बाद अयोध्या में होने वाली हलचल पर पूरी दुनिया की नजर गड़ी थी, उसे बेहद ही सहूलियत और शांति से निपटाने का क्रेडिट डीएम अयोध्या अनुज झा को दिया जा रहा है। हालांकि, अनुज झा बेहद शालीनता से इसका श्रेय सीएम योगी आदित्यनाथ की गाइडेंस, सीनियर अधिकारियों और अपनी टीम को देते हैं। अपने करियर की इस सबसे बड़ी चुनौती को सफलतापूर्वक निभाने के लिये अपनाई गई रणनीति को शनिवार रात अनुज झा ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से साझा किया।

जोन, सेक्टर, सब सेक्टर में बांटा

डीएम ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले पता चल गया था कि सुप्रीम कोर्ट नवंबर के पहले पखवाड़े में राम जन्मभूमि मामले पर फैसला सुना सकता है। इसी के मद्देनजर तैयारियां शुरू कर दी गई थीं।  सीएम का निर्देश था कि जिला प्रशासन ऐसे तैयारियां करे जिससे आम जनजीवन प्रभावित न हो और न ही श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत हो। इसके लिये सबसे पहले पूरी अयोध्या को जोन, सेक्टर, सब सेक्टर में बांटकर उसका खाका खींचा गया और हर छोटी से छोटी चीज का प्लान बनाया गया। सुरक्षा के लिये भारी पुलिस फोर्स आने वाली थी लेकिन, उन्हें स्कूलों में ठहराने में इस बात का ख्याल रखा गया कि इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसलिए, हर स्कूल का छोटा हिस्सा फोर्स के लिये लिया गया जबकि, बाकी में शिक्षण कार्य जारी रहा।

विभागों से भी जबरदस्त कोऑर्डिनेशन

डीएम झा ने कहा कि इतनी बड़ी व्यवस्था अन्य विभागों के बिना संभव नहीं थी, लिहाजा पीडब्ल्यूडी, परिवहन, बिजली समेत तमाम विभागों का सहयोग लिया गया। अयोध्या में फिलवक्त जारी पंचकोसी और चौदह कोसी परिक्रमा का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि शुक्रवार की रात में अयोध्या में दो लाख श्रद्धालु मौजूद थे। उन्हें सही सलामत वापस भेजने के लिये उन्होंने एमडी परिवहन राजेशखर से संपर्क किया। कुछ ही देर में अयोध्या में 200 बसें पहुंची और रात भर में श्रद्धालु घरों को आसानी से लौट गए। सीएम योगी आदित्यनाथ को श्रेय देते हुए डीएम झा ने कहा कि इस दिन की तैयारियों के लिये उन्होंने जो भी संसाधन व बजट की मांग की वह मुहैया कराने का आदेश दिया। चीफ सेक्रेटरी आरके तिवारी व अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के व्यक्तिगत सहयोग व निर्देशों ने भी खासी मदद की।

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