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LUCKNOW: रामनगरी अयोध्या में आगामी 25 नवंबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद और शिवसेना के समर्थकों द्वारा धर्म संसद में आने की सूचनाओं ने यूपी पुलिस की परेशानियों में इजाफा कर दिया है। यही वजह है कि इंटेलिजेंस अयोध्या में जुटने वाली लोगों की भीड़ के बारे में पल-पल की सूचनाएं एकत्र कर भेज रही है। अयोध्या में होने वाली हर गतिविधि को बेहद गंभीरता से लेते हुए पूरे प्रदेश से यहां आने वाले लोगों के बारे में सूचनाएं जुटाई जा रही है। हाल ही में इंटेलिजेंस ने अपनी जो रिपोर्ट डीजीपी मुख्यालय को भेजी थी उसमें 50 हजार लोग और करीब 10 हजार गाडिय़ों के आने की संभावना जताई गयी थी पर अब यह लाखों की संख्या को छू रहा है। गुुरुवार को इंटेलिजेंस अपनी दूसरी रिपोर्ट देने की तैयारी में है जिसमें अयोध्या आने वाले लोगों की सही तादाद के बारे में बताया जाएगा।

शिवसेना के दखल ने बढ़ाई परेशानी
आलाधिकारियों की मानें तो अयोध्या में 25 नवंबर को धर्म संसद में शिव सेना के दखल से परेशानी हो सकती है। दरअसल इससे पहले भी शिवसेना राम मंदिर निर्माण को लेकर कई बार उग्र प्रदर्शन कर चुकी है। वहीं दूसरी ओर अयोध्या में संत समाज में भी धर्म सभा को लेकर खासा कौतूहल है। इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि तमाम अखाड़ों के संतों द्वारा धर्म संसद के आयोजन को लेकर वाट्सएप पर ग्रुप बनाए गये हैं जिसमें लोगों के आने-जाने और तैयारियों को लेकर सूचनाएं साझा की जा रही है। वहीं शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आगमन को लेकर भी प्रशासन खासी एहतियात बरत रहा है। उद्धव ठाकरे को 24 नवंबर को अयोध्या की यात्रा के दौरान जनसभा भी संबोधित करनी है। इसके लिए शिवसेना सांसद संजय राउत बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उद्धव ठाकरे की सुरक्षा को लेकर अनुरोध भी कर चुके हैं। इस बाबत एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि शिवसेना लिए यह मौका सीधे विधानसभा में जाने सरीखा है जैसा कि 1992 के बाद हुआ था।

एडीजी ने किया दौरा, छुट्टियां निरस्त
अयोध्या में बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर एडीजी सुरक्षा विजय कुमार ने दो दिन पहले अयोध्या का दौरा कर वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को हिदायत दी कि वे सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक ही विवादित परिसर की पुख्ता सुरक्षा करें। इसके लिए पूर्व में हुए कई आयोजनों के दौरान की गयी सुरक्षा व्यवस्था का खाका भी फिर भी परखा गया और उसी के मुताबिक बैरीकेडिंग इत्यादि की व्यवस्था करने को कहा गया है। फिलहाल पुलिस महकमे की योजना धर्म संसद में आने वाले लोगों को अयोध्या शहर के बाहर रोकने का है पर इसमें अफसरों की दृढ़ इच्छाशक्ति की दरकार होगी जिसकी फिलहाल कमी महसूस की जा रही है। फिलहाल अयोध्या के बदले हालात को देखते हुए इंटेलिजेंस और सुरक्षा शाखा समेत संबंधित पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त की जा रही है ताकि किसी तरह इस आयोजन को शांतिपूर्वक निपटाया जा सके।

फैक्ट फाइल

- 25 नवंबर को आरएसएस, वीएचपी और शिवसेना के समर्थकों द्वारा धर्म संसद का है आयोजन
- 24 नवंबर को शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आयेंगे अयोध्या, जनसभा को भी करेंगे संबोधित  
- अयोध्या में आने वाले लोगों के बारे में सूचनाएं जुटा रही इंटेलिजेंस एजेंसियां

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अयोध्या विवाद में नए उबाल की तैयारी

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