लखनऊ (ब्यूरो)। अयोध्या फैसले के आने से पहले लखनऊ पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने की तैयारियों में जुटी गई है। संवेदनशील एरिया में जहां पुलिसबल के साथ पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की जा रही है, वहीं थाना स्तर पर पीस कमेटी की बैठकें भी हो रही हैं। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी जवानों के साथ संवेदनशील एरिया में लोगों को सुरक्षित माहौल का विश्वास दिला रहे हैं।

1 हजार से ज्यादा मीटिंग

पिछले एक सप्ताह में राजधानी पुलिस ने थाना स्तर पर एक हजार से अधिक पीस कमेटी की बैठकें की हैं। चारों सर्किल अफसर को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इन मीटिंगों में पीस कमेटी के सदस्यों के साथ संभ्रांत नागरिकों को भी शामिल किया गया है। सिर्फ टीजी एरिया में अब तक 250 से अधिक मीटिंगें की जा चुकी हैं।

एडीजी ने संभाली कमान

शुक्रवार को एडीजी लखनऊ एसएन साबस्त ने पुलिस अफसरों एवं पैरामिलिट्री फोर्स के साथ फ्लैग मार्च किया। उन्होंने कैसरबाग, नजीराबाद, अमीनाबाद, मौलवीगंज और रकाबगंज आदि इलाकों में घूम-घूम कर लोगों में भरोसा कायम रखने का प्रयास किया। फ्लैग मार्च में डीएम अभिषेक प्रकाश, एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी वेस्ट विकास चंद्र त्रिपाठी, सीओ चौक दुर्गा तिवारी, सीओ बाजार खाला अनिल यादव भी शामिल रहे।

ड्रोन से रख रहे निगाह

पुलिस संवेदनशील और अतिसंवेदनशील एरिया चिंहित कर सघन चेकिंग अभियान भी चला रही है। होटल और सराय में भी चेकिंग की जा रही है। इन एरिया में ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। मकानों और छतों पर आपत्तिजनक सामान मिलने पर उन्हें हटवाया भी जा रहा है। कई संवेदनशील एरिया में पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात की गई है।

साइबर सेल की दो टीमें

सोशल मीडिया पर निगाह रखने के लिए साइबर सेल की दो टीमें बनाई गई हैं। एक साइबर क्राइम टीम इनवेस्टिगेशन टीम और दूसरी साइबर क्राइम सपोर्ट टीम बनाई गई है। हर टीम में एक इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर, तीन कांस्टेबल तैनात रहेंगे। टीम 24 घंटे सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर नजर रखेगी।

टीमों का काम

डिस्ट्रक्ट साइबर क्राइम सेल जटिल अपराधों जैसे ई कॉमर्स, फेक ट्विटर हैंडल, लाटरी फ्रॉड, वेबसाइट डिफेसमेंट, डाटा थेफ्ट जैसे अपराधों की विवेचना करेगी। साइबर सेल उन अपराधों की विवेचना करेगी जो एसएसपी द्वारा आवंटित की जाएगी। इनका दायरा एक से अधिक जनपदों या पूरे प्रदेश स्तर का होगा।

अफवाहियों पर नजर

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर कड़ी कार्यवाई की जाएगी। जनपद की कानून व्यवस्था सुचारु रूप से चलती रहे इसके लिए स्कूल-कॉलेजों एवं अन्य जगहों पर गोष्ठी का भी आयोजन किया जाएगा। लोगों को बताया जाएगा कि वे किसी तरह की अफवाह का शिकार न हों। साइबर सेल टीम का नोडल अफसर सीओ क्राइम को बनाया गया है। राजधानी के थानों को ए, बी और सी श्रेणी में बांटा गया है।

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