-लोक सेवा आयोग के नए अध्यक्ष तक पहुंच रहीं समस्याएं, लेकिन मुश्किल नहीं हो रही दूर

लंबे समय से प्रतियोगी परीक्षाओं में दिक्कत झेल रहे अभ्यर्थियों को फिलहाल कोई सॉल्यूशन नहीं मिल रहा। अभी तक अभ्यर्थियों की किसी शिकायत पर कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। बुधवार को एक बार फिर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी यूपीपीएससी अध्यक्ष डॉ। प्रभात कुमार से मिलने पहुंचे। इस दौरान अभ्यर्थियों ने अपनी समस्याओं को अध्यक्ष के सामने रखा। यहां उन्हें मामलों की जांच कराने का आश्वासन ही मिला।

बैरंग लौटे कई अभ्यर्थी

बुधवार को लोक सेवा आयोग में अध्यक्ष से मिलने पहुंचे कई अभ्यर्थियों को खाली हाथ लौटना पड़ा। कई अभ्यर्थियों को ई-मेल पर समय न लेने के कारण मुलाकात का मौका नहीं दिया गया। हरदोई से आए पीसीएस 2017 के अभ्यर्थी विपिन शर्मा शाम पांच बजे तक आयोग का चक्कर काटते रहे, लेकिन उन्हें बिना मिले लौटना पड़ा। विपिन का कहना है कि संघ लोकसेवा आयोग में सोशल वर्क, डिफेंस जैसे विषय नहीं हैं। जबकि उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग में यह विषय शामिल है। वह चाहते हैं कि यूपीपीएससी इन विषयों को हटा दे। स्टाफ नर्स 2017 की अभ्यर्थी सलोनी राय दिल्ली से आयी थीं। उन्होंने समय नहीं लिया था, इसलिए बिना मिले लौटना पड़ा। सलोनी के परीक्षा का परिणाम निकल चुका है, लेकिन कैटेगरी में गड़बड़ी के चलते नियुक्ति नहीं मिल पा रही है। वह चाहती थीं कि आयोग यह गड़बड़ी जल्द दूर करा ले, जिससे उन्हें नियुक्ति मिल सके। इसी तरह पीसीएस 2018 के अभ्यर्थी आशीष का प्री में नंबर कटऑफ में 125 था। संशोधित उत्तरकुंजी में नंबर बढ़कर 126 हो गया, लेकिन उन्हें साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया।