-उप्र लोक सेवा आयोग से संबंधित समस्याओं के निराकरण और कार्यो को पारदर्शी बनाने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम

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PRAYAGRAJ: उप्र लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष बनने के बाद रिटायर्ड आईएएस प्रभात कुमार ने गुरुवार को एक ऐसी व्यवस्था की है जिससे प्रतियोगियों को भविष्य संवरने की उम्मीदें दिखाई देने लगी हैं। आयोग के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब आम जनमानस और अभ्यर्थियों को सीधे अध्यक्ष से रूबरू होने का अवसर मिल रहा है। इसके पीछे मकसद समस्याएं खत्म करना और ट्रांसपैरेंसी लाना है।

ऐसी होगी मिलने की व्यवस्था

पीसीएस व एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में भ्रष्टाचार के बीच आयोग में बदलाव की तस्वीर साफ नजर आने लगी है। नई व्यवस्था के अनुसार प्रत्येक बुधवार को अध्यक्ष से उनके ऑफिस में मिला जा सकता है। इसके लिए जरूरतमंद व्यक्ति या अभ्यर्थी ई-मेल chairmanofficeuppsc@gmail.com के माध्यम से तिथि और समय की सूचना प्राप्त करके अध्यक्ष से मिल सकते हैं। अध्यक्ष प्रभात कुमार अभ्यर्थियों से दोपहर तीन बजे से मिलेंगे।

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फिर गिरी गाज, कर्मचारी कार्यमुक्त

आयोग में अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद से ही प्रभात कुमार के तेवर कड़क हैं। तीन जुलाई को परिसर में गंदगी देखने के बाद उन्होंने अनुसचिव व मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र उपाध्याय को निलंबित कर दिया था। वहीं गुरुवार को उन्होंने वरिष्ठ शोध अधिकारी तौफीक हुसैन को कार्यमुक्त कर दिया। आयोग के नए मीडिया प्रभारी पुष्कर श्रीवास्तव ने बताया कि तौफीक हुसैन पिछले दो महीने से बिना बताए ऑफिस नहीं आ रहे थे। गुरुवार को विभागीय निरीक्षण के दौरान वह नहीं मिले तो अध्यक्ष ने यह एक्शन लिया।

पुष्कर को मिली जिम्मेदारी

आयोग के अनुसचिव व मीडिया का कार्य देख रहे सुरेन्द्र उपाध्याय को निलंबित करने के बाद उनकी जगह पर अनुसचिव पुष्कर श्रीवास्तव को मीडिया की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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आयोग से संबंधित समस्याओं के निराकरण और कार्यो में पार दर्शिता लाने के लिए अध्यक्ष जी ने आमजन और अभ्यर्थियों से मिलने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रत्येक सप्ताह के बुधवार को मिलने का कार्यक्रम तय किया गया है।

-पुष्कर श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी उप्र लोक सेवा आयोग

आयोग के नए अध्यक्ष से प्रतियोगी छात्रों को बहुत उम्मीदें हैं। उन्होंने प्रतियोगियों से मिलने का ऐसा निर्णय लिया है जो भविष्य में छात्रों के लिए अच्छा होगा। इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब प्रतियोगियों को आयोग के बाहर धरना-प्रदर्शन या घेराव करने की नौबत नहीं आएगी।

-अवनीश पांडेय, प्रवक्ता प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति