- आजम खां ने पीएम नरेंद्र मोदी की मां और पत्नी के बारे में की टिप्पणी

- बीजेपी ने जमकर किया विरोध, वेल में पहुंचे विधायक

- 40 मिनट बाधित रहा सदन, स्थगित करनी पड़ी कार्रवाई

LUCKNOW: विधानसभा में मंगलवार को प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस के नदीम जावेद और बीजेपी मनीष असीजा के सवाल के जवाब में आजम खां ने प्रदेश में क्राइम का आंकड़ा पेश किया। साथ ही अनुपूरक सवालों जवाब में आजम ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां और पत्नी पर टिप्पणी कर दी। जिसे लेकर सदन में काफी हंगामा हुआ। बीेजेपी मेंबर्स वेल में आ गये और आजम खां के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान विधानसभा स्पीकर माता प्रसाद पांडेय को विधानसभा की कार्यवाही पहले 12 बजकर 20 मिनट के लिए और फिर दो बार दस दस मिनट के लिए बढ़ाते हुए 12 बजकर 40 मिनट के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया।

बीजेपी का वॉकआउट

आजम ने कहा कि सरहदों पर फौजियों के सर उतारे जाते हैं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री पड़ोसी देश के पीएम को जन्मदिन की शुभकामना देने जाते है। उनकी मां के पैर छूते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा की बात करते हैं और खुद ही अपनी पत्नी को दर दर भटकने के लिए छोड़ दिया है। अपनी मां को अपने साथ रखने में गुरेज हैं। आजम की इस टिप्पणी पर भाजपा सदस्यों ने जमकर हंगामा किया और सदन से वाक आउट कर गये।

आखिर उस कमरे में कौन-कौन था?

वॉकआउट के बाद जब बीजेपी के लोग वापस आये तो भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुरेश खन्ना ने आजम खान द्वारा प्रधानमंत्री पर की गयी टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए कहा कि जो व्यक्ति सदन में नहीं है उस पर टिप्पणी नहीं होनी चाहिए। इसे करवाई से निकाला जाए। आजम ने कहा कि यह बड़ी खबर बनेगी। इस पर भाजपा सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे। आजम ने कहा कि पड़ोसी देश के पीएम की सालगिरह पर जाकर बादशाह मिले थे तो उस कमरे में कौन कौन मौजूद था यह पूरा देश जानना चाहता है। बीजेपी के सुरेश खन्ना ने कहा कि जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की हो उसे मंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। इस दौरान बीजेपी के सदस्य वेल में आ गये और आजम खां के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कुछ भाजपा के सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के आसन की तरफ जाने की कोशिश करने लगे जिनकी मार्शल के साथ धक्का मुक्की भी हुई। इसके बाद विधानसभाध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने 12 बजकर 20 मिनट के लिए विधानसभा को स्थगित कर दिया। ाजपा के वाकआउट करने के बाद भी आजम नहीं रुके उन्होंने कहा कि एक ही दिन में एक ही तरह की पांच घटनाएं कैसे हुईं? इस पर हमारी सरकार गौर कर रही है और जांच की जा रही है। जो भी सच होगा सामने आयेगा।

प्रदेश में डेंगू से सिर्फ दो मौतें

इससे पहले बीजेपी के मनीष असीजा और धर्मपाल सिंह ने सरकार से सवाल किया कि 2015 और 2016 में स्वाइन फ्लू और डेंगू से कितने लोगों की मौत हुई है। सरकार की ओर से बताया गया कि 2015 में स्वाइन फ्लू से 33 और डेंगू से 10 लोगों की मौत हुई जबकि 2016 में अब तक स्वाइन फ्लू से 16 और डेंगू से सिर्फ दो लोगों की मौत हुई है। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने इस आंकड़े को गलत बताया और कहा कि सरकार आंकड़े छिपा रही है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट बीएसपी के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।

सरकार ने माना

04 माह

1661 हत्या

91 डकैती

1234 बलात्कार