- आरआर मॉल के ध्वस्त होने के बाद डरे लोग

- कैंट बोर्ड अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

Meerut। जिस प्रकार छावनी परिषद के अधिकारियों ने शनिवार को मॉल तोड़ने की कार्रवाई की, उसे लेकर क्षेत्र के लोगो में दहशत बनी हुई है। दरअसल, कोर्ट ने मॉल के साथ ही अन्य अवैध निर्माणों को गिराने के भी आदेश दिए हैं। हालांकि इतनी बड़ी घटना हो जाने के बाद अब कुछ लोगों का यह भी कहना है कि शायद अब कैंट बोर्ड ध्वस्तीकरण की हिम्मत न जुटा सके।

मकान बनाते समय किसी ने नहीं बताया कि यह रक्षा मंत्रालय की भूमि है। कैंट बोर्ड अब कभी फोटोग्राफी तो कभी नक्शा लेकर आ रहा है। कार्रवाई के डर से मां को ब्लड प्रेशर है। कहीं बेघर हो गए तो क्या होगा। कैंट बोर्ड को जनहित में कम्पाउंडिंग करना चाहिए।

-कुनाल अग्रवाल स्थानीय निवासी

जिस जमीन की रजिस्टरी हुई, वह रक्षा मंत्रालय की भूमि कैसे हो गई। अब बताया जा रहा है कि नक्शा पास नहीं है। कार्रवाई के डर से बुर्जुग महिलाएं तनावग्रस्त हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्थिति तो यह है कि कब मकानों पर भी कार्रवाई हो जाए लोग इस दहशत में हैं।

-प्रिंस वर्मा

जीवन भर की कमाई लगाकर जमीन खरीदी मकान बनाया.अब कैंट बोर्ड कह रहा है कि बाहर जाओ। मानसिक तनाव में सभी लोग रह रहे हैं। किसके साथ कब कौन सी अनहोनी हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है।

-विनय कौशिक

रक्षामंत्री तक कैंट की जमीन की जटिलता को दूर करने के लिए आश्वासन दिया था। ऐसे में कैंट बोर्ड को जल्दीबाजी नहीं करनी चाहिए थी। पूरा आबूलेन आवासीय है। आवासीय बंगले में कैंट के सभी स्कूल चल रहे हैं। कैंट बोर्ड को जनहित का भी ख्याल रखना चाहिए था।

-जगमोहन शाकाल