बीएड में प्रैक्टिकल के खेल को रोकने के लिए निकाला उपाय

बीएड के सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों की शिकायत कर रहे स्टूडेंट्स

Meerut। बीएड के प्रैक्टिकल एग्जाम में स्टूडेंट से पैसे मांगने की शिकायतें बढ़ती जा रही है। कहा जा रहा है कि कई सेल्फ फाइनेंस कॉलेज पैसे न देने पर स्टूडेंट को एग्जाम देने से रोक रहे हैं। ऐसे में कॉलेजों पर यूनिवर्सिटी ने सख्त रुख अपनाया है। अब जिन कॉलेजों में इस तरह की शिकायतें मिलेंगी, ऐसे कॉलेजों के प्रैक्टिकल एग्जाम यूनिवर्सिटी में होंगे।

मा‌र्क्स कर दिए फिक्स

बीएड के प्रैक्टिकल एग्जाम में स्टूडेंट्स के मूल्यांकन में मा‌र्क्स निर्धारित हैं। यूनिवर्सिटी ने साफ कर दिया है कि कोई परीक्षक किसी भी स्टूडेंट को प्रैक्टिकल परीक्षा में 40 मा‌र्क्स से कम तथा 80 से ज्यादा नहीं दे सकता हैं। अगर इससे कम या अधिक मा‌र्क्स देते हैं तो परीक्षक को कारण बताना होगा।

आ रही है शिकायतें सामने

गौरतलब है कि कई सेल्फ फाइनेंस कॉलेज की आ रही थीं कि वे स्टूडेंट्स से प्रैक्टिकल के नाम पर पैसे मांग रहे हैं। बीते छह माह में ऐसी 20 शिकायतें आई है। दो महीने पहले एक कंकरखेड़ा के कॉलेज की शिकायत लेकर स्टूडेंट यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। इससे पहले भी एक वीडियो वायरल हो चुका है जिसमे पैसे मांगे गए थे। जिन कॉलेजों से पैसे मांगने की शिकायत मिली है। इन कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट की प्रैक्टिकल परीक्षा में कराई जाएगी ।

ऐसी काफी शिकायतें आई हैं, जिनमें कॉलेजों द्वारा पैसे लेने की बात कहीं जा रही है। इनके प्रैक्टिकल यूनिवर्सिटी कराएगी।

धीरेंद्र कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू