इन सबके ए और बी नमूने पॉज़िटिव पाए जाने के बाद इन पर दो वर्ष तक का प्रतिबंध लगाया जा सकता है। जोस पिछले राष्ट्रमंडल ओर एशियाई खेलों की 400 गुणा 4 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम की सदस्या थीं। अगर उन पर प्रतिबंध लगता है तो वह अगले वर्ष होने वाले लंदन ओलंपिक खेलों में भाग नहीं ले पाएंगी।

दूरी तरफ़ बरख़ास्त कोच यूरी ओगोरोडनिक ने कहा है कि उनका जीवन ख़तरे में है लेकिन वे मरना नहीं चाहते। उन्होंने इससे पहले कहा था कि उनके 6 एथलीटों के डोपिंग में पकड़े जाने का कारण फ़ूड सप्लिमेंट्स हैं और उनकी इसमें कोई भूमिका नहीं है।

उधर जापान में हो रही एशियाई एथलेटिक्स प्रतियोगिता के पहले दिन भारत की मयूखा जॉनी ने लंबी कूद में स्वर्ण पदक जीत कर डोपिंग प्रकरण के ग़म को थोड़ा कम ज़रूर किया है।

उन्होंने 6.56 मीटर लंबी छलाँग लगाई। हाँलाकि लंदन के लिए क्वालिफ़ाइंग स्तर 6.65 मीटर रखा गया था लेकिन एशिया मे प्रथम स्थान प्राप्त करने के कारण मयूखा को लंदन का टिकट मिल गया।

पुरुषों की चक्का फेंक प्रतियोगिता में विकास गाउड़ा ने रजत और महिलाओं की 10000 मीटर स्पर्धा में प्रीजा श्रीधरन ने काँस्य पदक जीता है.मयूखा इस जीत के साथ 2012 में लंदन में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए भी क्वालिफ़ाई कर गईं हैं।

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