- एकेटीयू प्रशासन अपने पीजी और यूजी कोर्स के समय अवधि में कर सकता है बढ़ोत्तरी

- पीजी कोर्स के लिए चार और यूजी कोर्स पूरा करने के लिए मिल सकता है आठ साल का समय

- जल्द ही यूनिवर्सिटी जारी कर सकती है अध्यादेश

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) अपने स्टूडेंट्स को जल्द ही बड़ी राहत देने की तैयारी कर रहा है। दरअसल, यूनिवर्सिटी अपने स्टूडेंट्स को कोर्स पूरा करने के लिए अधिक समय देने की तैयारी में है। इसके लिए प्रपोजल भी तैयार किया जा रहा है। नौ दिसंबर को होने वाली कार्य परिषद की बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी।

नियमों में करेगा बदलाव

एकेटीयू से सम्बद्ध करीब 700 इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों के स्टूडेंट्स के लिए यह एक राहत भरी खबर है। यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए स्टूडेंट्स को निर्धारित समय से अब ज्यादा समय मिलेगा। इसके लिए एकेटीयू प्रशासन जल्द ही अपने नियमों में बदलाव कर नया अध्यादेश लागू करने की तैयारी में है। इसके तहत बीटेक व इसके समकक्ष कोर्स को पूरा करने के लिए स्टूडेंट्स को आठ साल का समय मिल सकेगा। वहीं, एमबीए व इसके समकक्ष कोर्स को पूरा करने के लिए चार साल का समय मिलेगा। हालांकि, इसे लोगों से सुझाव लेने के बाद ही लागू किया जाएगा।

अभी तक सात साल का समय मिलता है

एकेटीयू के यूजी कोर्सेज को पूरा करने लिए मिनिमम चार साल और अधिकतम सात साल का समय दिया जाता है। वहीं, पीजी के लिए यह समय दो साल मिनिमम और तीन साल अधिकतम था। इसमें अब यूनिवर्सिटी प्रशासन एक-एक साल की बढ़ोत्तरी करने जा रही है। यूनिवर्सिटी के नियमों के अनुसार वाइस चांसलर अपने अधिकारों का प्रयोग कर तय समय अवधि से एक साल का अधिक समय दे सकता है।

सीबीसीएस होगा लागू

यूनिवर्सिटी जल्द ही अपने यहां इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स की हेल्प के लिए च्वाइस बेस्ट क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को लागू करने जा रही है। इससे स्टूडेंट्स को एक ही विषय में अपनी च्वाइस के मुताबिक पढ़ाई करने का मौका दिया जाएगा। यूजीसी से यूनिवर्सिटी को मंजूरी भी मिल चुकी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन इसे अगले तीन महीनों में लागू करने की तैयारी कर रही है।

अभी तक सात साल का समय मिलता था, वीसी अपने अधिकार के तहत एक साल का समय दे सकता है। जिसे हम अब नियमों में बदलाव कर लागू करने जा रहे है। अब बीटेक के लिए आठ और पीजी के लिए चार साल का समय मिलेगा।

-प्रो। विनय कुमार पाठक

वीसी, यूपीटीयू।