Baaghi 3 Movie Review: अभी इस हफ्ते तो होली आने वाली है न, तो डायरेक्टर अहमद खान साहब आप रक्षाबंधन मोड पर क्यों चले गये। इतना भाईचारा क्यों भाई क्यों। भाई के लिए तो कुछ भी। सलमान खान के फैन्स का यह पेटेंट डायलोग टाइगर श्रॉफ के गले में आ अटका है। दो बार अपनी गर्ल फ्रेंड्स के लिए मार खाने और मार धार करने वाले स्ट्रीट रोड लवर की इस बार बागी 3 में घर वापसी हुई है।

फिल्म : बागी3

कलाकार : टाइगर श्रॉफ, श्रद्धा कपूर, रितेश देशमुख, अंकिता लोखंडे

निर्देशक : अहमद खान

रेटिंग : 1 स्टार

इस बार बागी अपने भाई के लिए कुछ भी करने को तैयार है। और एक सवाल फिल्म के मेकर्स से, टाइगर की फैन फोलोइंग है और जबरदस्त फैन फोलोइंग है, लेकिन इसका क्या मतलब उनके नाम पर आप वहीं आतंकवाद का घिसा पिटा टॉपिक ले आयेंगे। अपने कम्फर्ट जोन के लिए केवल लोकेशन बदल कर वहीं पुराना आतंकवाद का अलाप क्यों। टाइगर श्रॉफ के फैन्स के लिए यह बड़ा धोखा है, तो अहमद खान फिल्म के हिट प्रोमोशनल सांग दस बहाने करके ले गये के तर्ज पर भले ही फिल्म अच्छी है, इसके दस बहाने बना लें, आप इस झांसे में मत आइयेगा। जानिए हम ऐसा क्यों कह रहे इस पूरे रिव्यू में।

क्या है कहानी
बहुत मुश्किल है बताना, क्योंकि कसम से कहानी कुछ है ही नहीं। रौनी ( टाइगर श्रॉफ) अपने भाई विक्रम ( रितेश देशमुख ) को लेकर ओवर प्रोटेक्टिव है। विक्रम बच्चा सा बिहेव करता है। लेकिन फिल्म के अंत तक उनके इस बिहेव का कारण नहीं पता चलता। विक्रम सीरिया में आतंकवादियों के चंगूल में फंस जाता है। और रौनी बाहुबली बन कर अपने भाई के लिए पूरे देश से लड़-भिड़ता है। खूब सारा एक्शन करते हुए रौनी अपने भाई की खोज में जीत हासिल कर पाता है या नहीं, बस कहानी का पूरा परपंच यहीं पकता है और सिर में दर्द देकर खत्म हो जाता है। बीच में कहीं-कहीं श्रद्धा कपूर आती हैं, और फिर कब गायब हो जाती हैं, पता नहीं चलता। श्रद्धा फिल्मों में इतना गायब होने वाली ऐसी ही फिल्में करती रहीं तो फिर कहीं एक दिन एकदम गायब न हो जायें। फिल्म साहो तो याद होगा ही आपको।


क्या है अच्छा

कुछ हद तक टाइगर श्रॉफ का एक्शन। कुछ एक्शन दृश्य नए हैं। एक्शन के लिए लोकेशन भी ठीक हैं।

क्या है बुरा

फिल्म की कहानी, फिल्म का ट्रीटमेंट और आतंकवाद को लेकर बाॅलीवुड का वही पुराना रवैया, बेकार से हाइप करने के लिए संवाद, जिनका उस सीन के संदर्भ से कोई कनेक्शन नहीं हो।

अदाकारी
टाइगर श्रॉफ को अपने कम्फर्ट जोन से निकलना ही होगा। एक्शन करते हुए टाइगर भले ही टाइगर बन गए हों। लेकिन एक्टिंग करते हुए वह अब भी स्टूडेंट ऑ द इयर ही हैं, क्योंकि एक्टिंग की पाठशाला में तो उन्हें सबसे अधिक समय देना जरूरी है। वो क्या है न, भले ही आप शानदार एक्शन करते हों। लेकिन फिल्म बिना कहानी और एक्टिंग के तो देखी नहीं जा सकती। श्रद्धा कपूर तो फिल्म में गेस्ट अपीयरेंस में थीं। एक्टिंग परफॉर्म करने का तो उनको मौका ही नहीं मिला। रितेश देशमुख हाउसफुल जैसी फिल्में ही करें तो बेहतर है।

बॉक्स ऑफिस वर्डिक्ट :
टाइगर श्रॉफ की फैन फोलोइंग, फिल्म को मिली हाइप के कारण और बिग प्रोडक्शन का साथ बॉक्स ऑफिस पर एवरेज कमाई तो कर ही लेगी।

बॉक्स ऑफिस प्रीडिक्शन
30 करोड़ से पार ही

Reviewed by Anu Verma

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