Bada Mangal 2020 : पुराणों में जेष्ठ माह का अपना विशेष महत्व है।भविष्य पुराण,स्कन्द पुराण और ब्रह्म पुराण के अनुसार जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को हस्त नक्षत्र में ही स्वर्ग से गंगा का अवतरण हुआ था।इस माह गंगा पूजन के साथ गंगा पर बसर करने वाले पशु पक्षियों की मिट्टी की प्रतिमा बनाकर पूजन करने का भी विधान है।इस तरह यह मास जल संरक्षण का भी संदेश देता है।इस माह जरूरत मंदों को जल व अन्य सामान का दान करने पर दरिद्रता दूर होती है।इस माह में शिव और नारायण दोनों ही के पूजन का विधान है।

इस दिन पड़ रहे बुढ़वा मंगल

इस बार इस वर्ष जेष्ठ मास में 4 बुढ़वा मंगल(बड़े मंगल) दिनांक 12, 19, 26 मई और 2 जून को पड़ रहे हैं।इस बार 19 मई 2020 को पड़ने वाला बड़ा मंगल खास है,इस दिन भौम प्रदोष व्रत भी है। इस दिन की विशेष बात यह है कि इस दिन आयुष्मान योग, रेवती नक्षत्र और मंगलवार के दिन रेवती नक्षत्र में बनने वाला शुभ योग अति उत्तम है।इस दिन भौम प्रदोष व्रत होने के कारण महादेव के साथ हनुमानजी की भी कृपा प्राप्त करने का बेहद खास दिन है।

दान- पुण्य करने से होगा विशेष लाभ

इस दिन वैश्विक महामारी कोरोना बीमारी से निवारण के लिए एवं कोरोना से त्रस्त जनमानस के लिए भौम प्रदोष व्रत एवं दान- पुण्य करने से विशेष लाभ प्राप्त होगा।इस दिन हनुमानजी की पूजा करना भी विशेष लाभप्रद रहेगा।

निम्न चौपाई भी लाभकारी सिद्ध हो सकती है-

नासै रोग हरे सब पीरा,जपत निरंतर हनुमत बीरा।

संकट ते हनुमान छुडावैं,मन-क्रम वचन ध्यान जो लावें।

- ज्योतिषाचार्य पंडित राजीव शर्मा