लखनऊ (पीटीआई)। सीबीआई की एक विशेष अदालत ने गुरुवार को 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भाजपा के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी का बयान दर्ज किया। 86 वर्षीय नेता का बयान वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए विशेष न्यायाधीश एस के यादव की अदालत में दर्ज किया गया। वहीं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (92) का शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपना बयान दर्ज करने की संभावना है। वहीं इसके पहले इस मामले में 2 जुलाई को 61 वर्षीय भाजपा नेता उमा भारती ने अपना बयान दर्ज कराया था। उमा भारती 27 साल से अधिक पुराने मामले में अदालत के सामने पेश होने वाली 19वीं अभियुक्त हैं।
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में 32 अभियुक्तों के बयान दर्ज कर रही अदालत
बता दें कि विशेष सीबीआई अदालत छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में 32 अभियुक्तों के बयान दर्ज कर रही है। अयोध्या में मस्जिद को दिसंबर 1992 में 'कारसेवकों' द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था, जिन्होंने दावा किया था कि एक प्राचीन राम मंदिर उसी स्थल पर खड़ा था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सीबीआई अदालत 31 अगस्त तक सुनवाई पूरी करने के लिए दिन-प्रतिदिन की सुनवाई कर रही है। वहीं अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार आगामी 5 अगस्त को राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर की आधा​शिला रखी जाएगी। राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री मोदी भूमि पूजन करेंगे।

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