- महेवा, न्यू महेवा, मंडी और महुई सुघरपुर एरिया की जल निकासी के लिए बने नाले का हाल

- जल निकासी के लिए बनी छोटी नालियां भी सिल्ट से पटी पड़ी

GORAKHPUR: शहर के एक बहुत बड़े हिस्से में जल जमाव का मुख्य कारण नगर निगम है। नगर निगम की लापरवाही से कई मोहल्लों में जल जमाव लग जाता है। शहर के नए और पुरानी मिक्स आबादी वाला एरिया महुसईसुघरपुर, न्यू महेवा कॉलोनी और महेवा एरिया में भी जल जमाव नगर निगम के कारण ही लगता है। 2012 में नगर निगम ने अवस्थापना निधि से यहां की जल निकासी के लिए नाला निर्माण किया था। नाला बनने के बाद दो साल तक यह एरिया भीषण जल जमाव के जद में आ गया, जब मौके पर अधिकारियों ने निरीक्षण किया तो नाले के ढाल का पोल खुल गया। यह बिल्कुल उल्टा है। 2 साल बाद भी नाले का ढाल नहीं बदला गया। केवल एक जगह पुलिया को तोड़कर राप्तीनदी की तरफ खोल दिया गया। इसके बाद भी यहां जल जमाव की स्थिति पूरे साल बनी रहती है।

क्या वजहें हैं

1- महेवा के पीछे 2012 में निर्मित नाले का ढाल उल्टा बना हुआ है।

2- नालियों में सिल्ट जमा होने के कारण जल निकासी में रूकावट आती है।

3- मोहल्लों की नालियां टूटी हुई हैं, जिसके कारण रोड से पानी निकलता है।

4- कई मोहल्लों में सफाई ही नहीं होती है, जिसके कारण नालियां पॉलीथिन से पटी हुई हैं।

5- कई ऐसे नाले हैं जो बारिश का मौसम आते ही मरम्मत का कार्य शुरू हो जाता है।

जलजमाव से जूझेंगे ये इलाके

महुईसुघपुर, न्यू महेवा के पीछे और रानीबाग एरिया में बारिश शुरू होते ही जल जमाव शुरू हो जाता है। यह स्थिति दिसंबर माह तक रहती है। बारिश के समय तो इस एरिया की कई कॉलोनियां जल जमाव की जद में आ जाती है। वहीं कई ऐसे मोहल्ले हैं, जिनमें जल जमाव के कारण लोग घर से ही नहीं निकलते हैं। यहां बनी आजाद नगर पुलिस चौकी तीन माह तक जल जमाव के कारण बंद रहता है। इस बार यहां तीन नालों का निर्माण अधूरा है, नालों के सिल्ट की सफाई नहीं हो पाई, नालियों के मरम्मत का भी कार्य नहीं हो पाया है। ऐसे में इस बारिश में यह एरिया जल जमाव से सबसे अधिक जूझेगा।

महुईसुघपुर एरिया में सब कुछ भगवान भरोसे चल रहा है। नालियां बनती नहीं हैं। बनी नालियों की सफाई नहीं होती है। बड़े नाले चोक हैं, ऐसे में मोहल्लों और शहरों की हालत यह है कि बारिश या सामान्य मौसम गलियों में जल जमाव की हालत बनी रहती है। यहां मच्छरों का प्रकोप पूरे साल रहता है।

- दीपक दूबे, डॉक्टर

नालियां गंदगी से पटी हुई हैं, यहां निरीक्षण करने के लिए भी कभी कोई अधिकारी नहीं आता है। स्थिति यह है कि नालियां जाम हैं और गर्मी के मौसम में भी जल जमाव की हालत बनी रहती है ।

- जगदीश पासवान, मिर्जापुर शिवमंदिर

यहां जल जमाव के लिए नगर निगम ही जिम्मेदार है और कोई नहीं है। स्थिति यह है कि दो साल पहले बने नाले से बारिश का पानी उल्टा लौटकर मोहल्लों में ही आता है। स्थिति यह होती है कि फुलवारिया और रानीबाग में तीन माह तक जल जमाव की हालत रहती है।

- अमित कुमार, दुकानदार