कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। भगवान हनुमान अपनी बुद्घि और बल के लिए जाने जाते हैं। हिंदू महाकाव्य रामायण में हनुमान जी के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है। हनुमान जी को चिरंजीवी यानी अमर माना जाता है जिन्हें पृथ्वी पर हमेशा के लिए जीवित रहना है। वैसे तो हनुमान जी की वानर के रूप में पूजा होती है मगर उनका पंचमुखी अवतार भगवान हनुमान के लोकप्रिय रूपों में से एक है। कहावत के अनुसार, भगवान हनुमान ने राक्षस महिरावण को मारने के लिए पंचमुखी रूप धारण किया था। पंचमुखी, जिसका अर्थ है पांच मुख वाला। भगवान हनुमान के पंचमुखी रूप में श्री वराह उत्तर की ओर, श्री नरसिंह दक्षिण की ओर, श्री गरुड़ पश्चिम की ओर और श्री हयग्रीव आकाश की ओर मुख करे हैं और भगवान हनुमान स्वयं पूर्व की ओर देख रहे हैं।

कौन हैं भगवान हनुमान
भगवान हनुमान श्री राम के भक्त हैं और उनकी भक्ति के लिए ही जाने जाते हैं। हनुमान को मारुति, बजरंग बली और पवन पुत्र के रूप में भी जाना जाता है। उनका जन्म अंजनी और केसरी से हुआ था। उन्हें साहस, मुखर उत्कृष्टता और वीर पहल के आदर्श संयोजन के रूप में देखा जाता है। वह आत्म-नियंत्रण और विश्वास की मानवीय प्रतिष्ठा का प्रतीक है। भगवान हनुमान के भक्त सुरक्षा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा करते हैं। वे हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। चालीसा का पाठ करने से सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं और मनोवांछित फल मिलता है।