पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के एमडीए की प्रवर्तन टीम मौके पर

करीब 2 घंटे की कार्रवाई में एमडीए के 3 बुल्डोजर ने किया ध्वस्त

सुरक्षा के मद्देनजर तैनात रही पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स

Meerut। 30 जून को शहर में सांप्रदायिक बवाल के आरोपी युवा सेवा समिति के अध्यक्ष बदर अली के चैरिटेबल अस्पताल को मेरठ विकास प्राधिकरण ने जमींदोज कर दिया। निर्माणाधीन अस्पताल की अवैध इमारत को प्राधिकरण की प्रवर्तन विभाग की टीम और 3 बुल्डोजर ने ध्वस्त कर दिया। बवाल की आशंका के चलते बड़ी संख्या में पुलिसबल और पैरा मिलिट्री मौके पर मुस्तैद रही।

अवैध था निर्माणाधीन अस्पताल

युवा सेवा समिति के अध्यक्ष बदर अली द्वारा बिजली बंबा बाईपास पर फतेहउल्लापुर रोड पर एक चैरिटेबल हॉस्पिटल का निर्माण गत वर्षो से किया जा रहा था। 650 वर्ग मीटर में बने इस अस्पताल के निर्माण से पूर्व नक्शे को मेरठ विकास प्राधिकरण से पास नहीं कराया गया। अवैध निर्माण को लेकर प्राधिकरण लगातार निर्माणकर्ता को चेता रहा था तो वहीं निर्माणकर्ता बदर अली न तो प्राधिकरण के नोटिस का जबाव दिया और नहीं निर्माण कार्य को रोका। 2017 में प्राधिकरण निर्माणकर्ता को अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण के लिए नोटिस जारी कर चुका है। 30 जून के बवाल के बाद पुलिस-प्रशासन ने शिकंजा कस दिया। बवाल के मुख्य आरोपी बदर अली की गिरफ्तारी के बाद डीएम अनिल ढींगरा ने एमडीए को हास्पिटल के ध्वस्तीकरण के आदेश दिए।

ऐसे हुई कार्रवाई

अवैध हास्पिटल के निर्माण के कार्रवाई के डीएम के आदेश के बाद एमडीए हरकत में आया। मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट संजय कुमार पाण्डेय, एसपी सिटी डॉ। अखिलेश नरायण सिंह, सीओ आलोक कुमार के नेतृत्व सुबह 11 बजे थाना ब्रह्मापुरी, परतापुर, लिसाड़ी गेट समेत आसपास के क्षेत्रों की पुलिस और बड़ी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स मौके पर पहुंच गई। मेरठ विकास प्राधिकरण के जोन ए क्षेत्र में आ रहे इस हास्पिटल को ध्वस्त करने की लिए प्राधिकरण की टीम में जोन ए के जोनल अधिकारी तहसीलदार मनोज कुमार सिंह, जोनल बी के जोनल अधिकारी तहसीलदार करनवीर ंिसंह समेत आधा दर्जन जूनियर और मेट पहुंचे थे। एक दर्जन से अधिक प्रवर्तन टीम के कर्मचारियो ंके अलावा 3 जेसीबी को ध्वस्तीकरण अभियान में लगाया गया।

पुलिसबल रहा मुस्तैद

हास्पिटल के ध्वस्तीकरण के दौरान बवाल की आशंका पर बड़ी संख्या में पुलिसबल मुस्तैद रहा। एसपी सिटी के नेतृत्व में पुलिस ने कार्रवाई के पहले हास्पिटल में सर्च ऑपरेशन चलाया। परिसर में कोई मौजूद तो नहीं, यह देखने के लिए अधिकारियों ने एक-एक कोना खंगाला। आसपास भीड़भाड़ न जुटने पाए इसके लिए फतेहउल्लापुर के रास्ते को बंद कर दिया गया था तो वहीं बिजली बंबा बाईपास की ओर से भी सड़क पर बेरीकेडिंग लगा दी गई थी। फायर विभाग की टीम और फायर बिग्रेड भी मौके पर मौजूद रही।

4 मई 2017 को हुआ था शिलान्यास

गौरतलब है कि युवा सेवा समिति के द्वारा बिजली बंबा बाईपास रोड पर चैरिटेबल हास्पिटल का शिलान्यास 4 मई को किया गया था। हास्पिटल का शिलान्यास मुस्लिम धर्मगुरु ने किया था तो वहीं बड़ी संख्या में शहर के नामचीन लोग इस दौरान मौजूद थे। समिति के अध्यक्ष बदर अली ने दावा किया था कि शहरवासियों से चंदा लेकर वह हास्पिटल का निर्माण करा रहा है।

नहीं तोड़ा दानपात्र

एमडीए ने ध्वस्तीकरण अभियान के दौरान हास्पिटल के बाहर लगे दानपात्र को नहीं तोड़ा। एसपी सिटी ने कहा कि इस दानपात्र का ताला पुलिस-प्रशासन के अलावा समिति के पदाधिकारियों के समक्ष तोड़ा जाएगा। दानपात्र में निकलने वाली धनराशि को पुलिस अपनी कस्टडी में लेगी।