देहरादून (ब्यूरो)। मंगलवार को केदारनाथ और गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का शुभ मुहूर्त भी निकाला गया। जबकि यमुनोत्री के लिए मुहूर्त बुधवार को निकाला जाएगा। गौरतलब है कि केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज पर 29 अक्टूबर और गंगोत्री के कपाट अन्नकूट पर्व पर 28 अक्टूबर को बंद कर दिए जाएंगे।

फूलों से होगा भगवान का श्रृंगार

मंगलवार को बद्रीनाथ धाम में रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी की उपस्थिति में बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने तिथि की घोषणा की। उन्होंने बताया कि परंपरा केअनुसार 13 नवंबर से कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके तहत 13 को गणेश पूजन, 14 को आदि केदारेश्वर के कपाट बंद, 15 को खड्ग व पुस्तक पूजा और 16 नवंबर को देवी लक्ष्मी को गर्भ गृह में आने का न्योता दिया जाएगा। 17 नवंबर को कपाट बंद होने के अवसर पर भगवान का फूलों से श्रृंगार होगा।

विजयदशमी के पर्व पर कपाट बंद करने का मुहूर्त निकाला

धर्माधिकारी ने बताया कि कपाट बंद होने के अवसर पर भगवान बद्रीनाथ को पहनाए जाने वाला घृत कंबल को बनाने का कार्य माणा की कुवांरी कन्याओं ने शुरू कर दिया है। दूसरी ओर विजयदशमी के पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त भी निकाला गया। इसके तहत धाम के कपाट सुबह 8.30 बजे बंद होंगे। वहीं गंगोत्री धाम के कपाट 28 अक्टूबर को सुबह 11.40 बजे बंद कर दिए जाएंगे।

मद्महेश्वर और तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि भी घोषित

विजयदशमी के अवसर पर द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद करने की तिथियां भी घोषित कर दी गई। ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में बदरी-केदार मंदिर समिति के पदाधिकारियों की मौजूदगी में पंचांग गणना के बाद तिथियों का ऐलान किया गया। इसके तहत मद्महेश्वर के कपाट 21 नवंबर को सुबह सात बजे और तुंगनाथ के कपाट छह नवंबर को सुबह 11.30 बजे बंद कर दिए जाएंगे।

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