- देसी नुस्खों से मिलेगा ब्लडप्रेशर, डायबिटीज का हल

- फल खाने से नहीं बढ़ती है डायबिटीज

- खाने से पहले सलाद खाने से तीन दिनों में मिलेगा फायदा

GORAKHPUR: 'फल खाने से शूगर लेवल बढ़ जाएगा। फल मीठे होते हैं, इसलिए इन्हें अवॉयड करना चाहिए। खासतौर पर शूगर पेशेंट्स को तो इनसे दूर रहना चाहिए.' अक्सर, ऐसी सोच लोगों को परेशान करती है। वहीं कुछ डॉक्टर्स भी डायबिटिक पेशेंट्स को फल न खाने की सलाह देते हैं। मगर यह गलत है। फलों से डायबिटीज लेवल न के बराबर बढ़ता है। ऐसा इसलिए कि फलों में ग्लूकोज की मात्रा काफी कम होती है, जबकि फ्रक्टोज ज्यादा होता है। बॉडी में एबसॉर्ब सिर्फ ग्लूकोज ही होता है, फ्रक्टोज टेस्ट मेकर का काम करते हैं। हां, अगर किसी को लीवर में प्रॉब्लम है, तो यह नुकसान कर सकते हैं। यह कहना है इंडो-वियतनाम मेडिकल बोर्ड के प्रेसिडेंट डॉ। विश्वरूप रॉय चौधरी का, जोकि वियतनाम डेलीगेट्स के साथ गोरखपुर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अगर आदमी सिर्फ अपनी डाइट मेनटेन कर ले, तो ब्लडप्रेशर, डायबिटीज और हार्ट डिजीज उससे कोसों दूर भागेंगी।

भरपेट खाएं फल

डॉ। विश्वास ने बताया कि फलों को खाने से डायबिटीज बिल्कुल भी नहीं बढ़ती है। जब भी फल का इस्तेमाल करें, तो इसको थोड़ा नहीं, बल्कि पेट भर खाएं और अगर मॉर्निग में ब्रेकफास्ट में सिर्फ फल ही इस्तेमाल करें तो बहुत अच्छा है। फलों की सबसे खास बात यह है कि यह बॉडी को भरपूर एनर्जी देते हैं और 40 मिनट में ही मेटाबोलाइज हो जाते हैं। वहीं दोपहर और रात के खाने से पहले भरपूर सलाद खानी चाहिए और इसके बाद खाना खाना चाहिए। डॉ। विश्वास की मानें तो अगर जानवरों से निकली चीजों (दूध, मीट)का इस्तेमाल न किया जाए, तो कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। वहीं डायबिटीज और बीपी भी परेशान नहीं करेगा।

तीन दिनों में डायबिटीज कंट्रोल

डॉ। विश्वरूप ने बताया कि यह सिर्फ बातें नहीं, बल्कि आजमाया हुआ नुस्खा है। पेशेंट्स का डाइट चार्ट फाइनल किया गया और उन्होंने तीन दिन तक इसको इस्तेमाल किया, इसके बाद जो पेशेंट्स इनसुलीन का इस्तेमाल कर रहे थे, उनका डायबिटिक लेवल इतना नीचे गिर गया कि उन्हें अपनी डोज कम करनी पड़ी। वहीं कुछ लोग जो सिर्फ दवाओं के भरोसे थे, उनकी दवाएं बंद हो गई। अगर डाइट चार्ट को स्ट्रिक्टली फॉलो किया जाए, तो तीन दिन में डायबिटीज और कॉन्स्टीपेशन, तीन से सात दिनों में बीपी और एक मंथ में कोलेस्ट्रॉल और एनजाइना जैसी गंभीर प्रॉब्लम का भी सॉल्युशन पाया जा सकता है।

यह है डॉ। विश्वरूप का डाइट चार्ट

स्टेप - 1

- सुबह 12 बजे तक 3-4 तरह के फल

- बॉडी वेट को 10 से मल्टीप्लाई करने के बाद आने वाली क्वांटिटी के बराबर ग्राम में

अगर बॉडी वेट 100 किलो है, तो 10 से मल्टीप्लाई करने पर 1000 आएगा यानि कि एक किलोग्राम फल लेना है।

- झटपट नहीं, बल्कि 40 मिनट में खाएं पूरा फल।

- एक बार नहीं, बल्कि दो बार में रुक-रुक भी खाया जा सकता है फल।

स्टेप - 2

लंच एंड डिनर

- खाना खाने से पहले 3-4 तरह की कच्ची सब्जी, इसमें सलाद के आइटम्स भी शामिल हैं।

- बॉडी वेट को पांच से मल्टीप्लाई करने के बाद आने वाली क्वांटिटी के बराबर ग्राम में। अगर बॉडी वेट 100 किलो है, तो 5 से मल्टीप्लाई करने पर 500 आएगा यानि कि 500 ग्राम सलाद या कच्ची सब्जी लेनी है।

- इसको खाने के बाद अपना मनपसंद कुक फूड इस्तेमाल करें।

- वेजीटेरियन डाइट ही इस्तेमाल करें और जानवरों से मिली चीजों को अवॉयड करें।

- हफ्ते में एक बार इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।

वर्जन

बीपी, हार्ट और डायबिटीज को डाइट चार्ट मेनटेन करके ही दूर किया जा सकता है। यह आजमाया हुआ नुस्खा है। काफी लोगों को इससे फायदा मिला है और उनकी दवा तक छूट गई है।

- डॉ। विश्वरूप, अध्यक्ष, इंडो-वियतनाम मेडिकल बोर्ड