- रजिस्ट्री में दो करोड़ 92 लाख का लगा स्टांप

- शहर का पहला कामर्शियल कांप्लेक्स है बलदेव प्लाजा

- सिर्फ मालिकान बदले, कांप्लेक्स का नाम रहेगा बरकरार

GORAKHPUR: सिटी में संडे को गोरखपुर अब तक सबसे बड़ी रजिस्ट्री हुई। शहर के हार्ट प्लेस पर स्थित बलदेव प्लाजा के मालिकान बदल गए। इसके विक्रय से ख् करोड़ 9ख् लाख का फायदा रजिस्ट्री आफिस को हुआ। यह रकम रजिस्ट्री विभाग को एक महीने में मिलने वाले राजस्व से भी ज्यादा है। इस डील के साथ ही बलदेव प्लाजा का नाम रजिस्ट्री विभाग के इतिहास में दर्ज हो गया। नये मालिकान ने कहा है कि बलदेव प्लाजा का नाम नहीं बदला जाएगा। यह आगे भी इसी नाम से जाना जाएगा।

क्997 से अस्तित्व में आया बलदेव प्लाजा

बताया जाता है कि बलदेव प्लाजा का कंस्ट्रक्शन फेमस एडवोकेट जनरल योगेश्वर प्रसाद ने कराया था। गोरखपुर निवासी योगेश्वर की फैमिली अब दिल्ली में रहती है। उनके बाद बलदेव प्लाजा का मालिकाना हक उनके फैमिली मेंबर्स सुधा प्रसाद, कौस्तु प्रसाद और कंदर के पास आ गया। दिल्ली के नीतिबाग में इसका ऑफस भी भी है। गोलघर जिसे शहर का दिल माना जाता है, वहां बने बलदेव प्लाजा को पहला बिजनेस कांप्लेक्स होने का गौरव प्राप्त भी है। इसमें करीब दो सौ चालीस दुकाने हैं। अंडर ग्राउंड पार्किग की सुविधा के साथ ही सिटी के दिल में एसबीआई की गोलघर ब्रांच के साथ- साथ घड़ी, कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन की दुकानें भी हैं। संडे को नये मालिकान कृष्णा डेवलपर्स ने इसकी रजिस्ट्री कराई। इसके लिए रजिस्ट्री में भीड़ जमा रही। बड़ी रकम का राजस्व आने से निबंधन कार्यालय के अफसर भी खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि इस साल का टारगेट पूरा करने में अब कोई प्राब्लम नहीं होगी।

मोबाइल बाजार ने बढ़ाया प्लाजा का मान

कंस्ट्रक्शन के बाद बलदेव प्लाजा में मोबाइल बाजार ने ख्00ख् में दस्तक दी। छोटी दुकानों से शुरू हुए कारोबार ने बड़ा रूप ले लिया। ख्00भ् में मोबाइल के कारोबार में बूम आया तो मार्केट पूरे मंडल में छा गया। बिहार तक यहां के मोबाइल शॉप्स से बिक्री होने लगी। यहां करीब 80 मोबाइल और एसेसरीज की थोक दुकानें हैं। धीरे-धीरे मोबाइल की बिक्री के साथ- साथ बलदेव प्लाजा का नाम भी बढ़ता चला गया। बलदेव प्लाजा का नाम लेने पर पूरे गोलघर मार्केट की तस्वीर सामने आ जाती है।

बदल जाएगी सूरत, बरकरार रहेगा नाम

बदलेव प्लाजा के पहले सिटी में श्री टाकीज की रजिस्ट्री सबसे बड़ी डील मानी जाती थी। एक फेमस बिजनेसमैन इसकी रजिस्ट्री कराई थी। इसमें क् करोड़ भ्ब् लाख रुपए का स्टांप लगा था। बलदेव प्लाजा की डील में ख् करोड़ 9ख् लाख रुपए का स्टांप लगा है। कृष्णा डेवलपर्स के डायरेक्टर्स कमलेश और सतीश नांगलिया का कहना है कि इसको नया कलेवर दिया जाएगा। इसकी सूरत बदल जाएगी, लेकिन नाम बरकरार रहेगा। प्लाजा पर चल रहा कंस्ट्रक्शन बता रहा है कि जल्द ही वह नए कलेवर में नजर आएगा।

एक नजर में बलदेव प्लाजा

मार्केट - मुख्य रूप से मोबाइल एंड ऐसेसरीज

मोबाइल शॉप्स - करीब 80 दुकानें

एक दिन का कारोबार - लगभग ख्0 से ख्भ् लाख

पब्लिक की आवाजाही - रोजाना ढाई हजार से तीन हजार लोग

कारोबार का दायरा- गोरखपुर और बस्ती मंडल के कई जिले, सोनौली बॉर्डर तक, आजमगढ़, मऊ, सीवान, पटना सहित करीब दो सौ किलोमीटर के दायरे में।

सुविधा: अंडर ग्राउंड पार्किंग की सुविधा, एसबीआई का एटीएम, प्लाजा के सामने पेट्रोल पंप

निपटना होगा इन समस्याओं से

-प्लाजा के आसपास अतिक्रमण।

-प्लाजा के आसपास गाडि़यों की अवैध ढंग से पार्किंग।

-टॉयलेट की असुविधा, बिजनेसमैन से लेकर कस्टमर्स तक को होती है प्रॉब्लम।

-सिक्योरिटी का अभाव।

लगेगी लिफ्ट, बनेगा नया बाथरूम

कृष्णा डेवलपर्स डायरेक्टर्स ने बताया कि जल्द ही प्लाजा मे लोगों को सीढि़यों से चढ़ने से निजात मिल जाएगी। इसमें लिफ्ट लगाने के साथ ही आधुनिक तरीके का टॉयलेट का कंस्ट्रक्शन कराया जाएगा। कांप्लेक्स को सुसज्जित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सिक्योरिटी बढ़ाने, सीसीटीवी कैमरे की जद में लाने, आसपास के एनक्रोचमेंट को हटाया जाएगा।

बलदेव प्लाजा की डील संडे को हुई। रजिस्ट्री के लिए

ख् करोड़ 9ख् लाख का स्टांप लगाया गया। बलदेव प्लाजा गोरखपुर की शान में शुमार है।

कमलेश, डायरेक्टर

इसका नाम नहीं बदला जाएगा जो कमियां हैं उनको दूर करके बिजनेस का दायरा बढ़ाया जाएगा। मेट्रो सिटीज की तर्ज पर इसको डेवलप करने का प्रयास होगा।

सतीश नागंलिया, डायरेक्टर