कानपुर। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान लगातार भारत पर कश्मीर में मानवाधिकार का उल्लंघन करने का झूठा आरोप लगा रहा है लेकिन वह खुद अपनी नापाक हरकतों से बच नहीं पा रहा है। दरअसल, मानवाधिकार के उल्लंघन को लेकर आए दिन पाकिस्तान की पोल खुलती जा रही है। बलूचिस्तान के लोगों ने पाकिस्तान के सख्त रवैये के खिलाफ अपनी आवाज तेज कर दी है। वह अब लगभग हर रोज पाकिस्तानी सेना व सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और उसकी पोल खोल रहे हैं। इसी बीच शनिवार को पाकिस्तान के क्वेटा में बलूच की महिलाओं ने सड़क पर प्रदर्शन किया। उन्होंने यह प्रदर्शन बलूचिस्तान के लोगों को जबरन गायब होने को लेकर किया।


पाक सेना की नापाक करतूतों का पर्दाफाश
बता दें कि इससे पहले एक बलूच नेता ने बलूचिस्तान में पाक सेना की नापाक करतूतों का पर्दाफाश किया था। बलूच नेता मेहरान मारी ने कुछ दिनों पहले लंदन में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तानी सेना के जवान बलूचिस्तान में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और सरेआम निर्दोष लोगों का कत्लेआम करते हैं, पिछले एक महीने में पाक सेना के जवानों ने बलूचिस्तान में दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया है। उन्होंने बताया कि पाक सेना बलूचिस्तान में उसी नीति को दोहरा रही है जैसा कि उसने बांग्लादेश में अपने ऑपरेशन 'सर्चलाईट' के दौरान किया था। मालूम हो कि बलूचिस्तान में पाक सरकार और सेना द्वारा किए जा रहे अत्याचार को उजागर करने के लिए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और बलूच नेताओं ने दुनिया भर के कई प्रमुख स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए हैं। हाल ही में जेनेवा में आयोजित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 42वें सत्र के दौरान भी उन्होंने जमकर पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।

 

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