पुराने कपड़ों से थैला बनाकर लोगों को किया जाएगा वितरण

पॉलीथिन का उत्पादन बंद कराने का शुरू होगा अभियान

ALLAHABAD: पंद्रह जुलाई से उत्तर प्रदेश में प्रतिबंधित पॉलीथिन पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसे लेकर मंगलवार को सर्किट हाउस में विभिन्न संगठनों, स्कूलों, संस्थाओं के साथ ही व्यापारियों की एक बैठक आयोजित की गई। सभी से पॉलीथिन का प्रयोग न करने के साथ ही कपड़े की थैली साथ लेकर चलने की अपील की गई। अध्यक्षता अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास ने की।

लोगों से मांगा गया सुझाव

अभियान को सफल बनाने का सुझाव लोगों से मांगा गया। सामाजिक कार्यकर्ता सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि हर घर में ऐसे कपड़ों का ढेर होता है, जिसका इस्तेमाल लोग नहीं करते हैं। अगर उन कपड़ों को इकट्ठा कर झोला बनवाकर वितरित किया जाए तो दो फायदे होंगे। एक तरफ लोग झोला लेकर चलने के लिए मजबूर होंगे, वहीं इस पर खर्च भी कम आएगा। सुझाव पर सभी ने सहमति जताई। निर्णय लिया गया कि दान के रूप में कपड़े लेकर बैग बनवाया जाएगा और लोगों को वितरित किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम के पांचों जोन में एक-एक सेंटर बनाया जाएगा।

मीटिंग में मौजूद अन्य लोगों ने कहा कि पॉलीथिन की बिक्री और प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने की जगह इसके उत्पादन पर ही प्रतिबंध लगाया जाए तो ज्यादा बेहतर है। अपर नगर आयुक्त ने कहा कि अभियान चलाकर कार्रवाई तेज की जाएगी। पॉलीथिन निर्माताओं व एजेंसियों पर कार्रवाई होगी। मीटिंग में व्यापारी नेता मो। कादिर, सामाजिक कार्यकर्ता दुकान जी के साथ ही विभिन्न संगठनों के लोग मौजूद रहे।