- फ्रंट और बैक दोनों साइड में गाड़ी की सेफ्टी के लिए बंपर लगवाते हैं लोग

- बंपर की वजह से सेंसर की वर्किग हो जाती बंद, हादसे के वक्त नहीं खुलते एयर बैग

GORAKHPUR: एडवांस टेक्नोलॉजी की लग्जरी गाडि़यों के बढ़ने के साथ ही हादसे भी बढ़ गए हैं। इसलिए अब जो कंपनी नई गाड़ी लॉन्च कर रही है वो सेफ्टी पर भी फोकस कर रही। नई टेक्नोलॉजी की गाडि़यों में सेफ्टी के लिए एयर बैग भी होते हैं लेकिन इसके बाद भी हादसों में मौत का आंकड़ां कम नहीं हो रहा। इसकी वजह भी खुद वाहन मालिक ही हैं जो अपनी लग्जरी कारों को मॉडिफाई करने के चक्कर में न जाने कितने सामान बाहर से गाडि़यों में लगवाते हैं जो आगे चलकर खतरा पैदा करते हैं। परिवहन अधिकारियों की मानें तो गोरखपुर के आसपास जितने भी हादसे हुए हैं, उनमें ज्यादातर मामलों में कार में लगा सेफ्टी एयर बैग ही नहीं खुला। इसका कारण कार की सेफ्टी के लिए लगवाया गया बंपर बना है जिसकी वजह से एयर बैग नहीं खुल पाते हैं। हाईवे पर भी हुए ज्यादातर हादसों में मौत का यही कारण सामने आया कि फोर व्हीलर में दोनों साइड बंपर लगे थे जिससे टक्कर के बाद गाडि़यों के एयर बैग नहीं खुल पाए।

ये है रूल एंड रेग्युलेशन

केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे ने ऑर्डर जारी कर कहा है कि राज्य सरकारें वाहनों में गैरकानूनी बंपर गार्ड लगाए जाने पर सख्त कार्रवाई करें। मिनिस्ट्री ने साफतौर पर कहा है कि कारों में बुलबार्स लगाना मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के सेक्शन-52 का खुला उल्लंघन है। इसके बाद भी गोरखपुर आरटीओ टीम इस बात पर जरा भी ध्यान नहीं देती है। जिसका नतीजा है कि गोरखपुर में बड़ी आसानी से लोग अपनी गाड़ी की सेफ्टी के नाम पर बंपर गार्ड लगवाते हैं और उन्हें कोई रोकता-टोकता नहीं है।

क्यों किया गए था बैन

विभागीय अफसरों की मानें तो दुर्घटना के समय गाड़ी को लगने वाला झटका सीधे बंपर पर आता है, इसके बाद गाड़ी में अगर गाड़ी में एयर बैग है तो बंपर की वजह से वो भी नहीं खुलते। क्योंकि सेंसर गाड़ी पर लगने वाले झटके को रीड नहीं कर पाते।

बिक्री पर भी लगी है रोक

केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने पिछले साल सभी राज्यों के लिए आदेश जारी किया था। इसके तहत गाडि़यों पर बंपर लगाने और इसकी बिक्री पर भी रोक लगाई थी। बावजूद इसके शहर के मार्केट में बेरोकटोक बंपर की बिक्री की जा रही है।

गोरखपुर में यहां मिलते पा‌र्ट्स

गोरखपुर में बरगदवां, काली मंदिर, नौसड़, पादरी बाजार और कूड़ाघाट रोड पर कई दुकानों पर सेफ्टी गार्ड मिलते हैं। इसमें फोर व्हीलर गाड़ी का आगे बंपर गार्ड करीब तीन हजार और पीछे साइड का पांच हजार रुपए में मिलता है। इसी तरह और भी कई सामान जो लगवाना और बेचना दोनों ही अवैध है उसे बेचा जा रहा है। प्रशासन भी इन पर कार्रवाई करने में सुस्ती दिखाता है।

वर्जन

इस तरह के वाहनों पर कार्रवाई की जाती है। लोगों को भी इसके लिए अवेयर होना पड़ेगा कि ये सेफ्टी गार्ड ही हादसे में मौत के कारण बनते हैं।

- डीडी मिश्रा, आरटीओ प्रवर्तन